मऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सितम्बर में होने वाली जनसभा की तैयारी के सिलसिले में ओमप्रकाश राजभर रविवार को मऊ पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि रैली में कम से कम 2 लाख की भीड़ जुटा कर रैली को सफल बनाना है। मऊ पहुंचे राजभर ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि नेता की कोई जाति नहीं होती। नेता एक दोमुंहा सांप की तरह होता है और कब वह किधर चला जाए, इसका कोई भरोसा नहीं होता। मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को टिकट के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह सपा से गठबंधन में पूरी तरह से अखिलेश यादव के चुंगल में फंस गए थे। मजबूरी में आकर उन्हें अब्बास अंसारी को अपनी पार्टी का उम्मीदवार घोषित करना पड़ा। हालांकि इस दौरान वे मीडिया के सवालों का जवाब देने में काफी धैर्य भी बरत रहे थे।
राजभर ने समझाया 2024 की गणित
इस दौरान अखिलेश यादव पर काफी संयम बरतते हुए उन्होंने कहा कि राजनीति में कुछ भी संभव है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि अखिलेश की पार्टी चार बार सत्ता में रह चुकी है। वो मुझसे ज्यादा अनुभवी हैं। वहीं जब उनसे मायावती को 2024 में प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनाए जाने से जुड़ा सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मायावती के पास उत्तर प्रदेश में 12 प्रतिशत वोट है। अगर वह गठबंधन के साथ जातीं तो यह 15 प्रतिशत हो जाता। हमारा 03 प्रतिशत वोट मिलकर 18 प्रतिशत हो जाता। फिलहाल तो हमें 2024 के लोकसभा चुनाव की तरफ ध्यान देना है। जल्दी ही हम बिहार में भी एक बड़ी रैली करने वाले हैं।
ओमप्रकाश राजभर की तेरहवीं भी मनाई गई
एक तरफ ओमप्रकाश राजभर जहां 2024 में भाजपा के जीत के गणित को सार्थक करने में लगे हुए थे तो वहीं दूसरी तरफ उन्हीं की पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवम सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र राजभर ने उनकी तेरहवीं मनाते हुए उन्हें अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान महेन्द्र राजभर ने कहा कि उन्हें अब राजभर समाज को बेचने का काम बंद कर देना चाहिए क्योंकि अब समाज जागृत हो गया है।