ग्रेटर नोएडा। नोएडा से जेवर आने वाले एक्सप्रेसवे पर 11 अगस्त को पुलिस को एक ट्रक के अंदर एक लाश मिली थी, जिसके हाथ-पैर बंधे थे और गला रेता हुआ था। पुलिस इस मामले में शनिवार को एक आरोपी को गिरफ्तार किया और उसने पुलिस की पिस्तौल छीनकर भागने का प्रयास किया, तो मुठभेड़ में गोली लगने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के मुताबिक, थाना रबूपुरा क्षेत्र में जेवर से नोएडा एक्सप्रेस-वे पर 23 किमी माइलस्टोन के पास साइड में एक ट्रक के केबिन में एक शव मिला था। ट्रक का प्रमुख समान ट्रक में मौजूद था, अज्ञात मृतक की पहचान इमरान अंसारी पुत्र सत्तार मियां उम्र करीब 19 वर्ष ग्राम नवाडीह थाना मोहनपुर जिला गया बिहार के रूप में हुई थी। परिजनों को सूचना दी गई तो मृतक के चाचा मुख्तार मियां पुत्र हुसैनिया की सूचना पर मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस ने इस मामले का खुलासा करने के लिए तीन टीमें गठित की थी, जिसमें चंडीगढ तिराहा से अमित पुत्र सुलेखा चंद निवासी ग्राम बड़ी, थाना गन्नौर, सोनीपत, हरियाणा उम्र करीब 40 वर्ष को गिरफ्तार किया गया। उसने बताया कि इमरान अंसारी ने दो-ढाई माह पहले झारखंड में उसके खाने में गुटका थूक दिया था। मना करने पर इसने गाली-गलौज और मारपीट की गई थी। तभी से उसने बदला लेने की ठान ली थी।
अमित ने कहा, “10/11 अगस्त की रात वह मुझे माट टोल के पास दिखाई दिया तो मैंने जेवर टोल से पहले अपने साथी फूल सिंह निवासी मुरादाबाद को टायर पंचर होने का झांसा देकर रुकवाया और हम दोनों ने केविन के अंदर ही उसके हाथ-पैर बांधकर छुरी से गला काट दिया और उस गाड़ी को मैंने जेवर टोल पारकर सुनसान जगह पर लगाकर छोड़ दिया था और अपने साथी फूल सिंह के साथ अपने ट्रक में बैठकर सोनीपत चले गए। उसकी पहचान न हो, इसलिए उसका फोन व पर्स रास्ते में नदी में और खून से सने कपड़े व छुरा घटनास्थल से कुछ दूर आगे झाडि़यो में फेंक दिया था।”
अभियुक्त अमित ने वर्ष 2013 में बहादुरगढ़ में प्रवेश नाम के व्यक्ति की हत्या की थी, जिसमें इसको आजीवन कारावास हुई है, 3 वर्ष पूर्व वह जमानत पर छूटकर आया था।
अमित ने उप निरीक्षक धर्मवीर सिंह की पिस्टल छीनकर पुलिस पार्टी पर फायर करने व भागने का प्रयास किया, जवाबी कार्रवाई में फायर किया गया, जिससे अभियुक्त के दाहिने पैर में गोली लगी। उसे अस्पताल भेजा जा रहा है। दूसरेे आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।