भिवानी। हरियाणा के भिवानी शहर में सफाई-व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन सख्त हो गया है। शहर में कूड़े और गंदगी के बढ़ते ढेरों को खत्म करने के लिए एडीसी हर्षित कुमार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उन्होंने होटल, रेस्टोरेंट, डेयरी संचालकों और खुले में कूड़ा डालने वाले लोगों पर कड़ी नकेल कसने का आदेश दिया है। इसके साथ ही खुले में कूड़ा जलाने पर जुर्माना और एफआईआर दर्ज करने के आदेश भी जारी किए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से पूरे देश में चलाए जा रहे स्वच्छ भारत अभियान के बावजूद भिवानी शहर में जगह-जगह गंदगी के ढेर नजर आते हैं।
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि सरकारी भवनों और पार्कों की दीवारों के पास भी कूड़ा पड़ा रहता है। इसके अलावा, खाली पड़े प्लॉटों को कूड़े का डंपिंग यार्ड बना लिया गया है, इससे शहर का माहौल और भी गंदा हो गया है। इस स्थिति के कारण शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) भी बढ़कर रेड जोन में पहुंच गया था। इसके बाद भी कुछ लोग कूड़े को जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसी की देखते हुए जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। एडीसी हर्षित कुमार ने बताया कि भिवानी शहर में लगभग तीन लाख की आबादी है और रोजाना करीब 150 टन कचरे का उठान किया जाता है। इसके लिए प्रशासन ने शहरभर में टिप्पर की सुविधा उपलब्ध कराई है, ताकि कूड़ा उठाने में कोई परेशानी न हो।
हालांकि, शहर में 40 ऐसी जगहें हैं, जहां लोग कूड़ा डालते हैं और इसका विरोध करने के बजाय कुछ लोग इसे अपनी आदत बना चुके हैं। हम अपने वर्किंग क्लास लोगों और दुकानदारों की सुविधा के अनुसार कूड़ा उठाने की व्यवस्था करते हैं, लेकिन कुछ लोग फिर भी इसे खुले में फेंकने की आदत से बाज नहीं आते। अब ऐसे लोगों पर कड़ा जुर्माना लगाया जाएगा और खुले में कूड़ा जलाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। उन्होंने कहा कि भैंसों की डेयरी, होटल और रेस्टोरेंट संचालकों को भी अब अपने कूड़े का प्रबंधन खुद करना होगा। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ नोटिस जारी किए गए हैं और एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई की जाएगी। इस सख्त कदम से उम्मीद जताई जा रही है कि भिवानी शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार होगा और गंदगी की समस्या से निजात मिलेगी। –आईएएनएस पीएसके/सीबीटी