नई दिल्ली/जयपुर। बीजेपी के कार्यकाल में हुए कथित भ्रष्टाचार पर गहलोत सरकार से कार्रवाई की मांग को लेकर दिन भर का अनशन खत्म करने के बाद राजस्थान कांग्रेस के नेता सचिन पायलट ने मंगलवार को कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। पार्टी की आपत्तियों के बावजूद, कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट जयपुर के शहीद स्मारक में एक दिन (सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक) के उपवास पर बैठे।
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए पायलट ने कहा, सत्ता में आने के बाद हमने लोगों को आश्वासन दिया था कि राज्य में पूर्व भाजपा सरकार द्वारा किए गए भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। मैं चाहता हूं कि कांग्रेस सरकार पूर्व भाजपा सरकार द्वारा किए गए भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करे।
पायलट ने गहलोत सरकार पर तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर निष्क्रियता का आरोप लगाया।
पायलट ने कहा, वसुंधरा सरकार के दौरान हुए भ्रष्टाचार के आरोपों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। हमने विपक्ष में रहते हुए वादा किया था कि जांच कराई जाएगी। चूंकि चुनाव में छह-सात महीने बाकी हैं, ऐसे में सवाल उठ सकते हैं कि क्या गहलोत और राजे के बीच कोई गठबंधन था। यह साबित करने के लिए जल्द ही कार्रवाई करनी होगी कि ऐसा नहीं है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी यह महसूस करना चाहिए कि हमारी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है।
सोमवार को पायलट के अनशन से कुछ घंटे पहले, कांग्रेस के राज्य प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने इस कदम को पार्टी विरोधी गतिविधि करार दिया। रंधावा ने कहा था, सचिन पायलट का उपवास पार्टी हितों के खिलाफ है और पार्टी विरोधी गतिविधि है। अगर उन्हें अपनी ही सरकार के साथ कोई समस्या है, तो मीडिया और जनता के बजाय पार्टी मंचों पर चर्चा की जा सकती है।