नई दिल्ली। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म टेलीग्राम ने सोमवार को कहा कि सीईओ पावेल डूरोव, जिन्हें फ्रांस में गिरफ्तार किया गया है, उनके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। यह दावा करना बेतुका है कि कोई प्लेटफॉर्म या उसका मालिक उस प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग के लिए जिम्मेदार है। रूस में जन्मे डूरोव को फ्रांस के पेरिस के पास स्थित ले बॉर्गेट हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया। उन पर आरोप है कि वह टेलीग्राम पर आपराधिक गतिविधियों को रोकने में असफल रहे हैं। हालांकि, कंपनी ने कहा है कि वह यूरोपियन यूनियन के सभी नियमों का पालन करते हैं, ‘डिजिटल सर्विसेज एक्ट’ का भी। कंपनी की ओर से कहा गया है कि टेलीग्राम के सीईओ पावेल डूरोव के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है।
यूरोप में वे लगातार यात्रा करते रहते हैं। पूरी दुनिया में टेलीग्राम के 900 मिलियन से ज्यादा यूजर्स हैं और व्यापक स्तर पर सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए पूरी दुनिया में इसका उपयोग होता है। कंपनी ने आगे कहा, “टेलीग्राम यूरोपियन यूनियन के नियमों का पालन करती है। इसका मॉडरेशन इंडस्ट्री मानकों के अनुरूप किया जाता है और हम इसमें लगातार सुधार कर रहे हैं।” अगर डूरोव अदालत में अपराधी घोषित होते हैं तो उन्हें 20 वर्ष की जेल हो सकती है।
टेलीग्राम के सीईओ पावेल डूरोव दुबई में रहते हैं। उनके पास यूएई और फ्रांस की नागरिकता है। उनके पास करीब 15.5 अरब डॉलर की संपत्ति है। रूसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीके पर रूसी सरकार द्वारा विपक्ष को बैन करने के दबाव के चलते डूरोव ने 2014 में रूस छोड़ दिया था। फ्रांस में मौजूद रूसी दूतावास की ओर से इसे लेकर तत्काल कदम उठाए गए हैं। टेलीग्राम एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग की पेशकश करता है। इसमें यूजर्स को फॉलोअर्स तक जानकारी जल्दी से प्रसारित करने के लिए “चैनल” भी बनाना होता है।