मुजफफरनगर। कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए एसएसपी ने कांवड़ यात्रा वाले मार्ग पर स्थित ढाबों और होटलों पर प्रोपराइटर व संचालकों के नाम लिखने के आदेश दिए। पुलिस ने हाईवे व नगर में आदेशों का पालन कराना शुरू कर दिया।
मुजफ्फरनगर पुलिस के आदेश के बाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर अपना जवाब दिया है। औवेसी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि मुजफ्फरनगर पुलिस के आदेश के अनुसार अब हर खाने वाली दुकान या ठेले के मालिक को अपना नाम
बोर्ड पर लगाना होगा, ताकि कोई कांवडिय़ा गलती से मुसलमान की दुकान से कुछ ना खरीद ले। इसे दक्षिण अफ्रीका में अपारथाइड कहा जाता था और हिटलर की जर्मनी में इसका नाम जुडेन बायकाट था। मुजफ्फरनगर पुलिस के आदेश पर औवेसी की प्रतिक्रिया से राजनीतिक पारा चढ़ने की संभावना है और विपक्षी पार्टियों ने इसे मुद्दा बना लिया है।
उल्लेखनीय है कि जनपद की सीमा पुरकाजी के गांव भूराहेड़ी चेकपोस्ट से खतौली के भंगेला व बुढ़ाना, फुगाना, तितावी थानों की सीमा तक जिले में कांवड़ यात्रा का मार्ग 240 किमी है। हरिद्वार से आते समय हाईवे पर काफी होटल व ढाबे हैं। इनमें दूसरे समुदाय केे लोगों के भी ढाबे व होटल हैं, जिन पर प्रोपराइटर व उनके संचालकों के नाम लिखे हुए नहीं थे, इससे वहां कांवडिय़ों के रुकने की संभावना बन रही थी, इसी के चलते एसएसपी अभिषेक सिंह ने आदेश जारी किया था कि सभी होटल व ढाबों पर प्रोपराइटर व संचालकों के नाम अवश्य लिखे जाएं, ताकि कोई भ्रम न बन सके।
एसएसपी के आदेश पर नई मंडी, छपार व पुरकाजी, मंसूरपुर व खतौली आदि थानों की पुलिस ने कार्रवाई शुरू करा दी। शहर में भी मीनाक्षी चौक के पास फल बेचने वाले लोगों के ठेलों पर नाम वाले पोस्टर चस्पा करा दिए। दूसरी ओर कांवड़ यात्रा को देखते हुए पुलिस ने इस बार शिव चौक पर कंटीले तार लगाए हैं। सीओ व्योम बिंदल का कहना है कि एहतियात के तौर पर यह व्यवस्था की गई है। शहर में मुहर्रम के अधिकतर जुलूस शिव चौक से ही गुजरते हैं। पुलिस ने इस बार मुहर्रम के लिए यहां कंटीले तारों की बेरिकेडिंग लगा दी है।