Sunday, April 13, 2025

आगरा में राणा सांगा जयंती पर रक्त स्वाभिमान रैली, करणी सेना की चेतावनी फीकी पड़ी, पुलिस ने तलवारधारियों की खींचीं तस्वीरें

आगरा। एत्मादपुर के गढ़ी रामी में आयोजित रक्त स्वाभिमान सम्मेलन में देशभर से आए क्षत्रियों ने अपनी ताकत और एकता का प्रदर्शन किया। हजारों की संख्या में युवा इस कार्यक्रम में पहुंचे। सम्मेलन के दौरान सपा सांसद रामजीलाल सुमन द्वारा राणा सांगा पर की गई टिप्पणी से आक्रोशित लोगों ने मंच से सपा और रामजीलाल सुमन के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया।

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करणी सेना के अध्यक्ष रहे सुखदेव गोगामेड़ी की पत्नी शीला देवी ने मंच से कहा कि “हमारे इतिहास पर अंगुली उठाने वाले का हाथ काटना होगा, और जिनके सिर उठेंगे, उनके सिर काटने होंगे।” इस दौरान मंच पर क्षत्रिय करणी सेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत, राजपूत करणी सेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना और ओकेन्द्र राणा भी मौजूद थे। हेलीकॉप्टर से वीर प्रताप सिंह और सनी सिंह भी कार्यक्रम में पहुंचे।

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शाम 5 बजे तक की चेतावनी

करणी सेना ने यह एलान किया कि यदि शाम 5 बजे तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, तो वे आगे की रणनीति बनाएंगे। करणी सेना ने रामजीलाल सुमन के बेटे समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा और सुमन की राज्यसभा सदस्यता समाप्त करने की मांग की है। पुलिस ने सुमन के आवास पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है और आसपास बैरियर लगाकर ट्रैफिक को डायवर्ट किया है।

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हजारों की भीड़ और पुलिस की तैयारी

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 राणा सांगा की जयंती पर गढ़ी रामी में आयोजित रक्त स्वाभिमान सम्मेलन में शनिवार दोपहर तक करीब 10 हजार लोग पहुंच चुके थे। गाड़ियों के काफिले लगातार सम्मेलन स्थल की ओर बढ़ रहे थे, इसे देखते हुए बॉर्डर पर गाड़ियों को रोका जा रहा था। सम्मेलन का आयोजन संयुक्त करणी सेना, संयुक्त क्षत्रिय संघ, क्षत्रिय करणी सेना, और राजपूत करणी सेना द्वारा किया गया था।

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युवाओं ने लहरा दी तलवारें और बंदूक

सम्मेलन स्थल पर तैनात पुलिस फोर्स के बावजूद युवा अपनी तलवारों के साथ पहुंच रहे थे। मथुरा बार्डर पर गाड़ियों की चेकिंग के दौरान पुलिस को डंडे भी मिले। सम्मेलन में पहुंचने वाले प्रमुख नेताओं में क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत, राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महीपाल सिंह मकराना, और अम्बरीश पाल सिंह शामिल थे।अपर आयुक्त संजीव त्यागी जब सम्मेलन स्थल पर व्यवस्था देखने पहुंचे, तो युवाओं ने तलवारें लहरा दीं। पुलिस ने डंडे और लाठी जब्त कर युवाओं को सम्मेलन में प्रवेश करने की अनुमति दी। इस दौरान वीर प्रताप सिंह और सनी सिंह हेलीकॉप्टर से पहुंचे।

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स्थिति पर नजर रखी जा रही है

एसपी सिटी आगरा सोनम कुमार ने आजतक से बातचीत में बताया, “स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। करणी सेना के सदस्यों को आगरा के बाहरी सुरक्षा घेरे को पार करने की अनुमति नहीं दी गई। सुमन के आवास तक पहुंचना तो दूर की बात है।” उन्होंने यह भी कहा कि रैली में तलवारें लहराने वाले लोगों की पहचान की जा रही है, आपत्तिजनक हथियार जब्त किए जा रहे हैं, और उनकी तस्वीरें भी रिकॉर्ड की गई हैं।

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पुलिस ने बताया कि रैली के दौरान करणी सेना ने एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें सांसद रामजी लाल सुमन से माफी की मांग की गई। ज्ञापन पर प्रशासन ने आश्वासन दिया, जिसके बाद शाम 5 बजे तक की चेतावनी को करणी सेना ने वापस ले लिया। पुलिस के अनुसार, ज्ञापन लेने के बाद सभी प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्वक वापस भेज दिया गया।

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इससे पहले, करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने एलान किया था कि यदि शाम 5 बजे तक सपा सांसद के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई, तो सेना सुमन के आवास तक मार्च करेगी। इस प्रदर्शन के लिए लगभग 50,000 वर्ग मीटर क्षेत्र को समतल कर सभा स्थल में बदला गया था, जहाँ अलग-अलग जिलों से लोग रैली में शामिल होने पहुंचे। केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल भी रैली में मौजूद रहे।

इस बीच, सांसद रामजी लाल सुमन ने भी बयान जारी किया। उन्होंने कहा, “हर किसी को विरोध करने का अधिकार है, लेकिन करणी सेना ने जिस तरीके से प्रदर्शन किया वह अराजकता का प्रतीक है। यह हमला मेरे ऊपर नहीं, बल्कि PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) पर है। मुझे और मेरे परिवार को जान-माल का खतरा है, इसलिए मैंने राज्यसभा के उपसभापति को सुरक्षा हेतु पत्र लिखा है। पुलिस का मानना है कि मेरी हत्या की साजिश भी हो सकती है। इसी वजह से मेरे आवास पर सुरक्षा बढ़ाई गई है।”

फिलहाल स्थिति सामान्य है, आगरा हाईवे से बैरिकेड्स हटा दिए गए हैं और यातायात सुचारु रूप से चल रहा है।

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