नई दिल्ली। एडेप्टिव कार्डियक डिवाइस हृदय संबंधी बीमारियों के इलाज में क्रांतिकारी बदलाव ला रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक रियल-टाइम मॉनिटरिंग और डायनामिक थेरेपी की वजह से उपचार बेहतर तरीके से हो रहा है। डेटा और एनालिटिक्स कंपनी ग्लोबल डेटा की रिपोर्ट में बताया गया कि ये उपकरण (डिवाइसेस) लगातार और सटीक इलाज प्रदान करते हैं, जिससे मरीजों को काफी राहत मिल रही है।
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ये हृदय रोग के अधिक प्रभावशाली और रिस्पॉन्सिव मैनेजमेंट को दर्शाता है। पारंपरिक डिवाइसेस जैसे पेसमेकर (लगातार एक ही प्रकार का उपचार प्रदान करते हैं) के मुकाबले नई एडेप्टिव कार्डियक तकनीक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग करके दिल की गतिविधि का विश्लेषण करती हैं। यह एडेप्टिव तकनीक हृदय (दिल) की धड़कनों में आ रहे बदलावों के आधार पर उपचार को समायोजित करती है। इससे पता चलता है कि उपचार की दिशा सही है। ग्लोबल डेटा के पूर्वानुमान के अनुसार, हृदय संबंधी उपकरणों का बाजार 5.20 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़कर 2023 में 84.8 बिलियन डॉलर से 2033 में 140 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।
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यह वृद्धि हृदय देखभाल के लिए अनुकूलित उन्नत निदान (एडवांस डायग्नोस्टिक) और उपचारात्मक उपकरणों की बढ़ती मांग को उजागर करती है। ग्लोबल डेटा में चिकित्सा उपकरण विश्लेषक सिंथिया स्टिंचकॉम्बे ने कहा, “हृदय संबंधी उपकरणों (कार्डियोवैस्कुलर डिवाइसेस) का बाजार तेजी से विस्तार और विविधीकरण के दौर से गुजर रहा है। एआई-एन्हांस्ड सोल्यूशन उद्योग के बदलाव का उदाहरण हैं।
बताता है कि सटीक चिकित्सा को तवज्जो दी जा रही है। ये यूएस खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) जैसी नियामक संस्थाओं के साथ तालमेल बिठाते हुए हृदय संबंधी रोग प्रबंधन में परिणामों को बेहतर बनाने के लिए एनोवेटिव तरीकों को प्राथमिकता देता है।” रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि हृदय देखभाल में प्रगति, नवीन उपचारों के साथ मिलकर, इस क्षेत्र को बदल देगी और दुनियाभर में हृदय रोग से प्रभावित लाखों लोगों के लिए नए समाधान उपलब्ध कराएगी। उन्होंने आगे कहा, “हृदय संबंधी देखभाल में अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाना यह दर्शाता है कि इनोवेशन आधुनिक स्वास्थ्य देखभाल में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।”
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पहनने योग्य कार्डियक मॉनिटर्स, जैसे कि ईसीजी सक्षम स्मार्टवॉच और एआई-चालित डिवाइसेस के बीच सहयोग महत्वपूर्ण भूमिका को भी उजागर किया गया है। स्टिंचकॉम्बे ने कहा कि हृदय संबंधी रोग ग्लोबल स्वास्थ्य संबंधी एक प्रमुख चिंता बनी हुई है, इसलिए हम जो प्रगति देख रहे हैं, वह नई उम्मीद जगाती है।