गाजियाबाद। शहर में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) का सेटेलाइट सेंटर खोलने के लिए अधिकारी सिद्धार्थ विहार का निरीक्षण कर चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि यह लोकेशन भी अधिकारियों को पसंद आ रही है। आवास एवं विकास परिषद के अधिकारी भी चाहते हैं कि एम्स का सेंटर सिद्धार्थ विहार में खुले। इसके लिए जरूरी 12 एकड़ जमीन भी चिन्हित कर ली गई है।
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शुरूआत में एम्स के सेटेलाइट सेंटर के लिए वसुंधरा के सेक्टर-आठ में जमीन उपलब्ध कराए जाने की बात चली थी। यहां भी आवास एवं विकास परिषद के पास जमीन उपलब्ध है, लेकिन आवास एवं विकास परिषद के अधिकारी चाहते हैं कि इतना बड़ा प्रोजेक्ट सिद्धार्थ विहार योजना में स्थापित होगा तो इसका बड़ा लाभ मिलेगा। यह योजना प्रॉपर्टी बाजार में सुस्ती का शिकार है। परिषद के काफी फ्लैट यहां अभी भी अनावंटित हैं। एम्स का सेंटर खुलने से रातों प्रॉपर्टी बाजार में बूम आ जाएगा। वसुंधरा योजना में पहले ही बूम की स्थिति है और योजना में परिषद की अधिकतर संपत्तियां बिक चुकी है। एम्स के सेटेलाइट सेंटर का लाभ पूरे वेस्ट यूपी को मिलेगा।
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गाजियाबाद में एम्स का सेंटर स्थापित होने से अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाओं और अनुभवी चिकित्सकों से परामर्श लेने के लिए दिल्ली की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी और साथ ही एम्स दिल्ली पर भी रोगियों का लोड कम हो सकेगा। अत्यधिक गंभीर रोगियों को सेटेलाइट सेंटर एम्स, दिल्ली भेजा जाएगा। सबसे बड़ा लाभ ओपीडी सेवाओं का मिलेगा।
मुख्यमंत्री सितंबर में कर चुके हैं शिलान्यास गाजियाबाद में एम्स के सेटेलाइट सेंटर का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सितंबर माह में घंटाघर रामलीला मैदान में कर चुके हैं। इस प्रोजेक्ट का गाजियाबाद को रोजगार के क्षेत्र में बड़ा सहयोग मिलेगा। सेंटर के आसपास तमाम रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे और क्षेत्र में आर्थिक विकास को गति मिलेगी।