शाहजहांपुर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को शाहजहांपुर में आयोजित प्रशिक्षण शिविर में कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा दोबारा सत्ता में आई तो हो सकता है हमारे वोट का अधिकार भी छीन ले। यदि यह अधिकार छिन गया तो क्या हम बदलाव ला पाएंगे? इसीलिए, हमारे सामने बड़ी चुनौती है, लंबी लड़ाई है।
अखिलेश यादव ने कहा कि पिछले चुनाव में भीड़ देखकर लगा कि सब सीटें जीत जायेंगे। मगर परिणाम आया तो जिले में हमारा खाता भी नहीं खुला।
दरअसल, आपने तो जिताया मगर अधिकारियों ने हरा दिया। बेसहारा पशुओं के मुद्दे पर अखिलेश ने कहा कि लखनऊ से यहां तक आए, डिवाइडर पर सांड दिखते रहे। पता नहीं भाजपा वालों को इनसे कितना प्रेम है। आज जो बिजली मिल रही है वो नेताजी की देन है। यहां आते ही रोजा प्लांट की ऊंची चिमनी दिखी, यह भी नेताजी की देन है। नेताजी ने कोटाघाट पुल बनवाया, भाजपा वाले उसकी मरम्मत भी नहीं करा पा रहे हैं। अब जो एक्सप्रेसवे बन रहा है वो दूरी बढ़ा रहा है। हमने सदन में सवाल उठाया तो अलाएमेंट बदला। तब सीएम ने कहा था कि धन ले गए खन्ना।
सपा मुखिया ने तंज कसते हुए कहा कि जिले से तीन-तीन मंत्री आते हैं। नौ बार के विधायक और वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना के शहर की हालत हमने देखी है। पूरे शहर की सड़कें खोदी हुई पड़ी हैं। गलियों में कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। जिस मंत्री के हाथों में खजाने की चाबी है, उनके शहर का यह हाल है। आपस की लड़ाई अब मत करना। लड़ते रह गए तो 24 छूट जाएगा। हमारी लड़ाई मंच पर हो सकती है पर क्षेत्र में नही। हम गठबंधन का हिस्सा हैं। मगर, हमें पीडीए नहीं भूलना है। पीडीए ही एनडीए को हराएगा। ये बात याद रखना। हमने बसपा से गठबंधन किया मगर हार गए क्योंकि बूथ कमजोर थे। गठबंधन हमारी मदद नहीं करेगा, कार्यकर्ता करेगा।
देवरिया कांड पर अखिलेश ने कहा कि सिर्फ सपा ने दोनों पक्षों का साथ दिया। भाजपा ने एक पक्ष का। जिनकी झोपड़ी में आग लगी, गाड़ी पलटाने के मामले में जो अन्याय हुआ, भाजपा वाले वहां भी नहीं पहुंचे। हम तो पड़ोस भी देखते हैं। आजम खान के साथ राजनीतिक कारणों से जुल्म हो रहा है। जो बड़े पदों पर हैं, उनके पास दो सर्टिफिकेट हैं।