लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने महाकुंभ को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला है। बुधवार को गोमती तट पर आचार्य नरेंद्र देव की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि महाकुंभ में भारी भ्रष्टाचार हुआ है, जिसे छिपाने के लिए मुख्यमंत्री की भाषा बिगड़ गई है।
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अखिलेश यादव ने कहा, “साधु-संत हमेशा सच बोलते हैं, लेकिन सरकार महाकुंभ में हुए लाखों-लाख के घोटाले को छिपाने के लिए झूठ पर झूठ बोल रही है। मुख्यमंत्री खुद भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, इसलिए उनकी भाषा में भी शिष्टाचार नहीं दिखता।”
अखिलेश ने राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (NGT) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि संगम का जल पूरी तरह प्रदूषित था और नाले सीधे गंगा में गिर रहे थे। “स्नान करने वाले लोग बीमार हो रहे हैं। मुख्यमंत्री को पानी की गुणवत्ता पहले से पता थी, इसलिए उन्होंने पूरी तरह कपड़े पहनकर स्नान किया, ताकि बैक्टीरिया उनके शरीर में न जाएं, जबकि बैक्टीरिया कपड़ों से नहीं रुकता,” अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा।
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अखिलेश यादव ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के महाकुंभ को लेकर दिए गए बयान का समर्थन किया। उन्होंने मांग की कि सरकार बताए कि महाकुंभ में भगदड़ क्यों हुई और कितने लोगों की मौत हुई। स्नान के बाद बीमार हुए लोगों के इलाज और मृतकों के परिवारों को मुआवजा दिया जाए।
सपा नेताओं पर लगातार एफआईआर दर्ज होने के सवाल पर अखिलेश ने कहा, “जनता को बरगलाकर भाजपा ने चुनाव जीता है, अब अधिकारी भी उसी स्टाइल में मुख्यमंत्री को गुमराह कर रहे हैं, ताकि उनके भ्रष्टाचार पर पर्दा पड़ा रहे। लेकिन समाजवादी पार्टी एफआईआर से नहीं डरती।”
अखिलेश यादव ने मंगलवार को विधानसभा में मुख्यमंत्री के भाषण पर कटाक्ष करते हुए कहा, “जब मुख्यमंत्री झूठ बोल रहे थे, तब विधानसभा अध्यक्ष हंस रहे थे। उन्हें मुख्यमंत्री को टोकना चाहिए था।”