मुजफ्फरनगर -जिले में केंद्रीय मंत्री व सांसद डॉक्टर संजीव बालियान की ही ‘चलने’ से पार्टी के पुराने भाजपाई हत्थे से उखड़ गए हैं। अभी तक सहकारी संघ के चुनाव में विपक्ष ही सत्तारूढ़ दल पर गड़बड़ी करने का आरोप लगाता आया है, लेकिन अब खुद भाजपाई ही अपनी सरकार और अपने मंत्री पर चुनाव में गड़बड़ी कराने के आरोप लगा रहे हैं।
भाजपाइयों का आरोप है कि पार्टी के कार्यकर्ताओं की बजाय केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने रालोद और बसपा के जिलाध्यक्षों के भाईयों समेत केवल अपने चहेतों को ही जिला सहकारी बैंक में निदेशक बनवा दिया है और पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं के नामांकन निरस्त करा दिए हैं। बसपा के जिलाध्यक्ष का नाम तो बीजेपी की तरफ से जारी सूची में ही पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के रूप में घोषित किया गया था जबकि वे बीजेपी के सदस्य भी नहीं है।
पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेंद्र सिसौदिया ने दो दिन पहले खतौली से भारतीय किसान यूनियन के नेता रहे राजू अहलावत, जानसठ से पूर्व ब्लाक प्रमुख अनार सिंह, पुरकाजी से आशीष चौधरी, बघरा से श्रीमती सुनीता पत्नी इंद्रपाल को प्रत्याशी घोषित किया था । मुजफ्फरनगर से श्रीमती निधि त्यागी पत्नी आशीष त्यागी और पंकज पाल को प्रत्याशी घोषित किया गया था। वृतिक क्षेत्र से सदर ब्लाक के प्रमुख पति और भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष अमित चौधरी बढ़ेड़ी, जिला पंचायत के पूर्व सदस्य हरेंद्र शर्मा और जिला सहकारी बैंक के उपसभापति रहे मुकेश जैन, अन्य सहकारी समितियों से पूर्व प्रमुख वीरेंद्र सिंह कुतुबपुर , थाना भवन से राहुल पुत्र सोमवीर सिंह, ऊन-शामली से दिनेश कुमार पुत्र अमरनाथ और कैराना- कांधला से संजीव कुमार पुत्र रघुवीर सिंह को भारतीय जनता पार्टी का डायरेक्टर प्रत्याशी घोषित किया था।
आज इनमे से दिनेश कुमार, राहुल, रामनाथ ठाकुर, संजीव कुमार, राजू अहलावत, अनार सिंह, आशीष चौधरी, सुनीता देवी, निधि त्यागी, पंकज पाल, मुकेश कुमार जैन, विजेंद्र सिंह मलिक, अमित प्रमुख, वीरेंद्र सिंह को निर्विरोध चुन लिया गया है। इनमे रामनाथ ठाकुर का जिला सहकारी बैंक का चेयरमैन बनना भी तय है।
निदेशकों के इस चुनाव के बाद आरएसएस से जुड़े किसान संघ की प्रांतीय कार्यकारिणी के सदस्य और राजपूत महासभा के जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिंह और जिला सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमैन अशोक सिंह ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाए हैं कि केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान ने पार्टी के कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करके केवल अपने चहेतों को ही पद पर आसीन करा दिया है।
उन्होंने कहा कि खतौली से राजू अहलावत अभी पार्टी में कुछ दिन पहले ही किसान यूनियन से आए हैं, उन्हें निदेशक नियुक्त करा दिया गया। इसी तरह से कई अन्य जगह भी पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं का टिकट काटकर पार्टी में हाल ही में आए और अपने प्रति वफादार लोगों को सम्मान दिया गया है जिससे पार्टी के आम कार्यकर्ताओं में निराशा है। उन्होंने कहा कि इस निराशा का असर 2024 के आम चुनाव में भी केंद्रीय मंत्री को भुगतना होगा।
पार्टी में एक विरोध जिला पंचायत के पूर्व सदस्य हरेंद्र शर्मा को लेकर भी पैदा हुआ था। हरेंद्र शर्मा को भी पार्टी ने अपना प्रत्याशी घोषित किया था जबकि इस सीट पर विपुल त्यागी भारतीय जनता पार्टी से प्रबल दावेदार थे। हरेंद्र शर्मा बीजेपी टिकट न मिलने पर बागी होकर जिला पंचायत का चुनाव लड़े थे और हाल ही में हुए नगर निकाय चुनाव में भी उनके परिवार के संदीप शर्मा रालोद से चुनाव लड़े थे ,उस समय हरेंद्र शर्मा की सक्रियता रालोद में थी।
पार्टी के कार्यकर्ता हरेंद्र शर्मा के नाम का विरोध कर रहे थे, लेकिन आज हरेंद्र शर्मा की समिति डिफाल्टर होने के कारण हरेंद्र का नामांकन निरस्त हो गया तो सिविल बार संघ के सचिव विजेंद्र सिंह मलिक को नया डायरेक्टर बना दिया गया। विजेंद्र मलिक के नाम पर भी पार्टी के कार्यकर्ताओं को आपत्ति है क्योंकि विजेंद्र मलिक राष्ट्रीय लोक दल के जिला अध्यक्ष संदीप मलिक के चचेरे भाई हैं।
आपको बता दें कि विजेंद्र मलिक जिला सहकारी विकास संघ के पूर्व चेयरमैन दल सिंह वर्मा के बेटे हैं और दल सिंह वर्मा पिछले लगभग 10 वर्ष से भारतीय जनता पार्टी में सक्रिय है और बिजेंद्र मलिक भी पिछले काफी समय से बीजेपी के ही साथ जुड़े हुए है।
जानसठ सीट से भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व ब्लाक प्रमुख अनार सिंह को निर्विरोध डायरेक्टर बनवाया है। अनार सिंह बहुजन समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष सतीश कुमार रवि के सगे भाई हैं और उनके प्रस्तावक भी बसपा से जुड़े हुए ही डेलीगेट रहे हैं, ऐसे में भाजपाइयों को अनार सिंह की नियुक्ति को लेकर भी आपत्ति है। भाजपाइयों का कहना है कि बसपा जिलाध्यक्ष के भाई अनार सिंह भारतीय जनता पार्टी में कभी भी सक्रिय नहीं रहे हैं ऐसे में उन्हें भाजपा की सूची में शामिल कराया जाना पार्टी के कार्यकर्ताओं का अपमान है। बसपा जिलाध्यक्ष सतीश कुमार ने भी स्वीकारा कि उनके भाई बीजेपी में नहीं है।
आज निर्विरोध निर्वाचित हुए 14 डायरेक्टर में सभी भारतीय जनता पार्टी के समर्थन से जीते हैं और रामनाथ सिंह को नया अध्यक्ष बनाया जाना भी तय है, लेकिन पार्टी में पुराने कार्यकर्ताओं के मुकाबले केवल संजीव बालियान के चहेतों को वरीयता मिलने से पार्टी के आम कार्यकर्ता गुस्से में हैं। पार्टी में संजीव बालियान के जलवे से आज पार्टी के पुराने कार्यकर्ता खुलकर विद्रोह के स्वर बोल रहे हैं।