सहारनपुर। राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत गोवंश एवं महिषवंशीय पशुओं में खुरपका-मुहॅपका बीमारी से बचाव हेतु शत-प्रतिशत पशुओं में निःशुल्क टीकाकरण हेतु दो माह के अभियान का शुभारम्भ जिलाधिकारी सहारनपुर द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया गया।
जिलाधिकारी डा.दिनेश चन्द्र द्वारा जनपद के पशुपालकों से यह अपील की गई, कि अपने पशुओं को खुरपका-मुहॅपका का टीका अवश्य लगवायें। यह निःशुल्क टीकाकरण 4 माह से कम आयु के बच्चे तथा 8 माह से अधिक गर्भित पशुओं को छोडकर शेष समस्त गाय,भैंस में किया जायेगा।
उक्त निःशुल्क टीकाकरण का लाभ उठाने के लिये पशुओं में इयर टैगिंग कराना आवश्यक है। कुछ पशुपालक कतिपय भा्रन्तियों के कारण पशुओं के टीकाकरण कराने में बाधा उत्पन्न करते है। टीकाकरण कार्यक्रम को लेकर पशुपालकों में भ्रान्ति है कि टीकाकरण के पश्चात पशु की दूध देने की क्षमता कम या समाप्त हो जाती है। पशु बीमार हो जाता है, चारा खाना छोड देता है। पशु का कार्य करने की क्षमता कमजोर हो जाती है।
ग्याभिन पशुओं में टीकाकरण नही होता है। उक्त सभी तथ्य भ्रामक एंवं निराधार है। सामान्यतः किसी भी प्रकार का टीकाकरण होने पर एक या दो दिन के लिये हल्का बुखार अथवा दूध उत्पादन में थोडा सा उतार,चढाव सम्भव है, लेकिन कुछ दिन बाद पशु अपनी सामान्य स्थिति मे आ जाता है।
अतः सभी पशुपालकों से अपील है, कि अपने समस्त गाय ,भैंसों में निःशुल्क टैगिंग एवं टीकाकरण करायें एवं अपने कीमती पशुधन को हानि से बचायें। इस अवसर पर जनपद सहारनपुर के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0एम0पी0सिंह गौर एवं जनपदीय नोडल अधिकारी डा0 सुबोध गोयल तथा अन्य पशु चिकित्साविद उपस्थित रहे।