बेंगलुरु। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सवाल किया कि क्या कांग्रेस नेता भाजपा द्वारा लिंगायत और वोक्कालिगा को दिए गए आरक्षण को वापस लेना चाहती है? उन्होंने आगे सवाल किया कि क्या कांग्रेस इन समुदायों का आरक्षण कोटा मुसलमानों को देना चाहती है? जद (एस) और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के गढ़ माने जाने वाले हासन जिले के सकलेशपुर विधानसभा क्षेत्र में विशाल सभा को संबोधित करते हुए, अमित शाह ने दावा किया कि हमने कांग्रेस द्वारा मुस्लिमों को दिया गया 4 फीसदी आरक्षण कोटा निकाल कर लिंगायतों और वोक्कालिगाओं में बांट दिया था।
अमित शाह ने सवाल किया, “कांग्रेस के नेता घोषणा कर रहे हैं कि वह इस आरक्षण कोटे को वापस ले लेंगे। आप किसका कोटा वापस लेने जा रहे हैं?”
इससे पहले, चामराजनगर जिले के गुंडलूपेट शहर में रोड शो के दौरान अमित शाह ने कहा कि कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार लिंगायत और वोक्कालिगा को दिए गए आरक्षण को वापस लेने की बात कर रहे हैं। अमित शाह ने सवाल किया, किसका आरक्षण कम होने जा रहा है और आप इसे उन्हें (मुस्लिमों को) देना चाहते हैं।
अमित शाह ने सवाल किया- क्या आप लिंगायत कोटा काटेंगे या वोक्कालिगा कोटा। कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति करती है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकास की राजनीति में विश्वास करते हैं। इसलिए आप तय करें कि किसे समर्थन देना है। विकास तो भाजपा ही कर सकती है।
गुंडलुपेट और हासन दोनों जगहों पर रोड शो के लिए भारी भीड़ ने अमित शाह का स्वागत किया। उन्होंने गुंडलुपेट में भाजपा उम्मीदवार निरंजन कुमार और सकलेशपुरा से भाजपा प्रत्याशी एस मंजूनाथ के लिए वोट मांगा। चामराजनगर जिले में लिंगायतों का बड़ा वोट है और हासन को वोक्कालिगा गढ़ माना जाता है।
अमित शाह के बयानों का उद्देश्य विशेष रूप से दक्षिण कर्नाटक क्षेत्र में लिंगायत और वोक्कालिगा वोटों को भाजपा की ओर एकजुट करना था। उनके तूफानी दौरे से भाजपा के लिए लहरें पैदा होने और पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ने की उम्मीद है।