Friday, November 22, 2024

19 मार्च से नहीं होंगे शुभ और मांगलिक कार्य, कर देने चाहिएं स्थगित

वासंतिक नवरात्र की शुरुआत पंचक में हो रही है। इस वजह से नवरात्र बहुत ही खास बन गया है। नवरात्रि में घट की स्थापना भी पंचक काल में ही की जाएगी।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब चन्द्रमा धनिष्ठा नक्षत्र के तृतीय चरण और शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद और रेवती नक्षत्र के चारों चरणों में भ्रमण करता है तो उसे पंचक कहते हैं।

यह सभी नक्षत्र अशुभ माने जाते हैं, अतः चन्द्रमा का भी इनमें गोचर अशुभ कहा गया है। मान्यताओं के अनुसार इन नक्षत्रों में कार्य शुरू करने पर हानि की संभावना रहती है।

पंडित मनोज पाठक ने बताया कि पंचक 19 मार्च को सुबह 11.17 बजे से शुरू होगा और समापन 23 मार्च को दोपहर 2.08 बजे होगा। इस दौरान सभी प्रकार के शुभ कार्यों को स्थगित कर देना चाहिए। हालांकि पंचक काल में जप और पूजा के अनुष्ठान किए जा सकते हैं।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

74,306FansLike
5,466FollowersFollow
131,499SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय