मेरठ। मेरठ में पुलिस अफसर के विवादित बयान ने राजनैतिक तूल पकड़ लिया है। मेरठ में सड़क पर नमाज पढ़ने वालों के पासपोर्ट किए जाएंगे निरस्त वाले बयान पर विपक्ष ने कड़ी आपत्ति जताई है। इस मसले में सबसे पहले आजाद अधिकार सेना ने अपना बयान जारी करते हुए पुलिस अफसरों के खिलाफ रोष जाहिर किया है।
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आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने आज कहा कि जिस प्रकार से मेरठ पुलिस के अफसरों ने मस्जिद के बाहर नमाज़ पढ़े जाने पर पासपोर्ट निरस्त किए जाने की बात कही है और मक्का मदीना नहीं जा पाने की बात से जोड़कर बयान दिया है। ये स्पष्ट रूप से धर्म के आधार पर लोगों को अपमानित करने तथा उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कार्य है। साथ ही यह लोगों के धार्मिक विश्वासों का अपमान करके उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत करने का कार्य भी स्पष्ट रूप से प्रतीत होता है।
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अमिताभ ठाकुर ने कहा कि यह प्रथम दृष्टया भारतीय न्याय संहिता की धारा 299 तथा 302 में अपराध दिखता है। जिसके संबंध में आजाद अधिकार सेना संबंधित अफसरों के खिलाफ सक्षम न्यायालय में आपराधिक वाद दायर करेगी। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों के इस तरह से गैर जिम्मेदराना बयान कहीं ना कहीं ये दर्शाते हैं कि वो भाजपा के दबाव में काम कर रहे हैं।