बुलंदशहर। केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्यमंत्री संजीव बालियान ने बुधवार को कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश को हरित प्रदेश बनाए जाने की मांग पर वो आज भी कायम हैं।
बालियान ने डेयरी मिल्क टेस्टिंग प्रोडक्ट के कार्यक्रम में कहा कि आज दूध उत्पादन की ग्रोथ रेट 06 प्रतिशत है, जबकि कृषि और पोल्ट्री सेक्टर की ग्रोथ रेट क्रमशः 08 और 07 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि देश में किसी भी मंत्रालय की ग्रोथ रेट इतनी नहीं है जितनी कृषि, पशुपालन और डेयरी की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार युवाओं को सीधे तौर पर जोड़ने की दृष्टि से नई-नई स्कीम चला रही है। उत्तर प्रदेश के 55 जिलों में नई मिल्क कोऑपरेटिव का गठन किया गया है। हरित मिल्क डेयरी कोऑपरेटिव के तहत पश्चिम उत्तर प्रदेश के जिलों को जोड़ा गया है।
केंद्रीय राज्यमंत्री बालियान ने दूध उत्पादन ज्यादा होने और पशुपालन कम होने के सवाल पर कहा कि अब दूध की प्रोडक्टिविटी बढ़ी है, क्योंकि लोग पशुओं की संख्या पर ध्यान न देते हुए पशुओं से दिए जाने वाले दूध पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। अब लोग अच्छे पशु रखने लगे हैं। अब हम 220 मिलियन लीटर तक दूध का उत्पादन पिछले कुछ सालों में कर रहे हैं।