जयपुर। झोटवाडा थाना इलाके में शुक्रवार को पंजाब नेशनल बैंक में दिन दहाड़े हथियार की नोंक पर हुई लूट की कोशिश का पर्दाफाश कर आरोपित भरत सिंह मीणा को गिरफ्तार एवं मनोज मीणा को डिटेन कर उनके पास से एक पिस्टल मय दो जिंदा कारतूस व दो खाली कारतूस व एक टॉय पिस्टल के टुकडे, गल्ब्स व दो टोपे जब्त किये गये। वहीं आरोपित भरत के कब्जे से एक जिन्दा कारतूस, एक मास्क व एक रुमाल जब्त किये गये।
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित भरतलाल मीणा बहुत ही शातिर किस्म का अपराधी है जिससे पूछताछ की गयी तो सामने आया है कि आरोपित भरतलाल मीणा पुलिस टीमों को बार बार गुमराह करता रहा। कभी अपनी बोली बदलकर, कभी बेहोश होने का नाटक करके, कभी हकलाने का नाटक करके पुलिस टीमों को गुमराह करता रहा। लेकिन पूछताछ के दौरान आरोपित भरत सिंह का मोबाइल अनुसंधान के लिए जांच किया गया। जहां आरोपित भरत सिंह द्वारा बनाये गये विडियो व रील मिले । जिसमे भरत सिंह गाना गाते हुए व आराम से बोलते हुए दिखाई दे रहा है । पूछताछ में भरत सिंह ने बताया की आठ फरवरी 2022 को सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया, चौंमू हाउस विधायकपुरी जयपुर में अपने रिश्तेदार विनोद मीणा के साथ मिलकर बैंक से लाखोंं रुपयों की लूट करना कबूल किया। इसके अलावा आरोपित ने तीन मार्च 2023 को श्याम नगर थाना इलाका से इण्डियन ओवरसीज बैंक से लाखों रुपये की लूट अपने साथी रिश्तेदार के साथ मिलकर हथियार की नोंक पर लूट की थी। भरत सिंह मीणा मूलत कोटपूतली का निवासी है जो जन्म से शास्त्री नगर जयपुर में स्वयं के मकान में रहता था । जिसको बेचकर 2019 से गोकुलपुरा करधनी में स्वयं के मकान में रहता है, लेकिन वर्तमान में सिविल लाईन जयपुर में किराए से कमरा ले रखा था, उक्त कमरे को सिंगिंग रियाज व लूट की वारदातों को अंजाम देकर छुपने के लिए काम में लेता था। जो बहुत ही शातिर किस्म का अपराधी है। आरोपित अपना हुलिया बदलकर, मुंह पर मास्क व हाथों में ग्लब्स व सिर पर मंकी कैप लगाकर अपने सहयोगी के साथ वारदात को अंजाम देने जाता था।
आरोपित भरत सिंह घटनास्थल का पूर्व में ही बार बार रेकी कर व रूट तय कर पूर्ण प्लानिंग के द्वारा घटनाओं को अंजाम देता था। घटना कारित करने के बाद बैंक कर्मचारियों के दुपहिया वाहनों की चाबी जबरदस्ती लेकर उसको लेकर फरार हो जाते थे तथा रास्ते में अलग अलग साधनों का इस्तेमाल करते हुए और चलते साधनों में अपने कपड़े बदल कर हुलिया बदलता हुआ पुलिस को गुमराह करता हुआ अपने गंतव्य तक पहुंचता था। आरोपितों द्वारा सुबह बैंक खुलने के समय ही वारदातो को अंजाम दिया जाता था। घटना कारित करने के बाद में आरोपी अपनी सामान्य जिंदगी जीते थे। आरोपित भरत सिंह द्वारा आमजन व समाज में एक सामान्य आमजन की तरह जिंदगी जीता था और गाना गाने का कार्य व रील बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड करता था और समाज में सामान्य आदमी की तरह रहता था।