नई दिल्ली। आप सांसद स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट की घटना को लेकर विवादों में चल रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मीडिया द्वारा बार-बार पूछने के बावजूद इस मुद्दे से जुड़े सवालों का कोई जवाब नहीं दिया। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के साथ गुरुवार को संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।
इस दौरान केजरीवाल ने तमाम राजनीतिक मुद्दों पर अपनी बात कही, लेकिन जैसे ही उनसे स्वाति मालीवाल की साथ हुई मारपीट के बारे में सवाल पूछा गया, उन्होंने पूरी तरह से चुप्पी साध ली।
केजरीवाल की चुप्पी के बीच पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी सवालों का सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी परिवार है और पार्टी ने अपना पक्ष (स्वाति मालीवाल मामले में) रख दिया है।
इससे पहले अखिलेश यादव ने भी इस सवाल को टालते हुए कहा कि इससे भी ज्यादा जरूरी और मसले हैं।
भाजपा ने स्वाति मालीवाल के साथ हुई घटना की तुलना द्रौपदी के चीरहरण के साथ करते हुए आरोप लगाया है कि अंतरिम जमानत पर चल रहे अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री कम और गुंडे ज्यादा हो गए हैं और उनकी चुप्पी से स्पष्ट है कि यह हमला विभव ने नहीं केजरीवाल ने ही करवाया है।
भाजपा ने स्वाति मालीवाल के सवाल पर सपा मुखिया अखिलेश यादव द्वारा दी गई प्रतिक्रिया की भी आलोचना की और साथ ही राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा समेत विपक्षी गठबंधन में शामिल अन्य नेताओं की चुप्पी पर भी सवाल उठाया।
भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने आरोप लगाया कि आज जो सामने आया है वो बहुत चौंकाने वाला है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को उनकी अपनी ही पार्टी की महिला सांसद के साथ हुई मारपीट को लेकर कोई मलाल और कोई पछतावा नहीं है। उनकी ही पार्टी के सांसद संजय सिंह ने जिस विभव को दोषी बताया था, वह आरोपी अरविंद केजरीवाल के साथ घूम रहा है, सपा के कार्यालय में घूम रहा है।
भाटिया ने आगे कहा कि केजरीवाल ने आज ये फिर से स्पष्ट कर दिया कि महिला सम्मान के प्रति उनकी कोई प्रतिबद्धता नहीं है और आज महिला सम्मान को लेकर अखिलेश यादव की पार्टी की पुरानी सोच फिर से उजागर हो गई है।
वहीं भाजपा के एक अन्य राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने शीशमहल (दिल्ली के सीएम का आवास) को शोषण महल बताते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी अब बेशर्मी की कोई भी हद पार करने से नहीं चूक रही है।
उन्होंने कहा कि एक महिला राज्यसभा सांसद के साथ मुख्यमंत्री आवास पर हुई इतनी बड़ी घटना के 72 घंटे बीत जाने के बाद भी विभव पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, कोई एफआईआर नहीं हुई है।
संजय सिंह ने विभव को दोषी बताकर कार्रवाई करने की बात कही थी, लेकिन कार्रवाई करने के बजाय अरविंद केजरीवाल विभव को संरक्षण देते हैं अपने साथ घुमा रहे हैं और जब लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल से सवाल पूछा जाता है तो वो जवाब देने के बजाय माइक संजय सिंह को दे देते हैं।
पूनावाला ने आगे आरोप लगाया कि केजरीवाल की चुप्पी के बाद संजय सिंह भी स्वाति मालीवाल के मुद्दे को डायवर्ट करते हैं और महिलाओं के सम्मान के मुद्दे को राजनीति का अखाड़ा बनाकर उस पर राजनीति करते हैं।
पूनावाला ने केजरीवाल पर सीधे-सीधे बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि कार्रवाई करने के बदले आम आदमी पार्टी स्वाति मालीवाल को डरा-धमका कर चुप करवाने का प्रयास कर रही है और सवाल पर केजरीवाल की चुप्पी से यह स्पष्ट है कि यह हमला विभव ने नहीं, केजरीवाल ने ही करवाया है जैसा कि स्वाति मालीवाल द्वारा पीसीआर को किए गए कॉल में रिकॉर्ड हुआ है।
उन्होंने केजरीवाल के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि केजरीवाल को मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देकर यह बताना चाहिए कि क्या विभव को बचाना ही महिला सशक्तिकरण का उनका मॉडल है।
उन्होंने आगे कहा कि सवाल यह भी है कि राहुल गांधी, सोनिया गांधी और महिलाओं के मुद्दे पर बड़ी-बड़ी बातें करने वाली प्रियंका गांधी वाड्रा स्वाति मालीवाल के साथ हुई मारपीट की घटना पर अभी तक चुप क्यों हैं?