मुरादाबाद। भारतीय जनता पार्टी ने मुरादाबाद महापौर सीट पर विनोद अग्रवाल को तीसरी बार प्रत्याशी के रूप में उतारा हैं। दो बार मुरादाबाद के महापौर की कुर्सी संभाल चुके विनोद अग्रवाल इस बार हैट्रिक लगाने की तैयारी में हैं। विनोद अग्रवाल की धर्मपत्नी स्व. बीना अग्रवाल ने भी दो बार मुरादाबाद मेयर की कुर्सी संभाली थी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह ने रविवार शाम को प्रदेश के 10 महापौर प्रत्याशियों की सूची जारी की।
मुरादाबाद नगर निगम का गठन वर्ष 1995 में हुआ था। पहले नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी से डा. सुरेश चंद्र गुप्ता चुनाव लड़े थे जिन्हें समाजवादी पार्टी के मेयर प्रत्याशी हुमायूं कदीर ने हरा दिया था। इसके बाद वर्ष 2000 में हुए चुनाव में विनोद अग्रवाल की पत्नी बीना अग्रवाल भाजपा के सिम्बल पर चुनाव लड़ीं और उन्होंने बहुजन समाज पार्टी की प्रत्याशी आसमा असलम को हराया। वर्ष 2006 के नगर निगम के चुनाव में बीना अग्रवाल फिर से भाजपा से चुनाव लड़ी जिन्हें समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी डा. एसटी हसन ने शिकस्त देकर मेयर की कुर्सी कब्जाई।
वर्ष 2012 में हुए नगर निगम चुनाव में भाजपा मेयर प्रत्याशी बीना अग्रवाल ने हुमायूँ कदीर को चुनाव हराया और दूसरी बार मेयर बनीं। वर्ष 2016 मई माह में मेयर बीना अग्रवाल का असमय निधन हो गया। जिसके बाद वर्ष 2016 दिसम्बर में महापौर का उपचुनाव हुआ जिसमें स्व. बीना अग्रवाल के पति विनोद अग्रवाल भाजपा से चुनाव लड़े और उन्होंने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी राजकुमार प्रजापति को चुनाव हराया। वर्ष 2017 में पुनः भाजपा से लड़े विनोद अग्रवाल चुनाव लड़े जिन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी रिजवान कुरैशी को मात दी थी।
वर्तमान महापौर चुनाव में विनोद अग्रवाल के सामने कांग्रेस से रिजवान कुरैशी, समाजवादी पार्टी से सैयद रईसउद्दीन नईमी, बहुजन समाज पार्टी से मौहम्मद यामीन प्रत्याशी होंगे। तीसरी बार भाजपा के प्रत्याशी बने विनोद अग्रवाल ने बताया कि महापौर रहते हुए उन्होंने अपने छह वर्षों के कार्यकाल में मुरादाबाद में चहुंमुखी विकास कराया हैं।