मंडी। मंडी लोकसभा सीट से भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कहा, एक दौर ऐसा भी था, जब हमारे शिल्पकारों के हाथ काट दिए जाते थे। इतिहासकार कहते हैं, वहां तो यह हाल है कि जहां देखों शिल्पकारों की सिर्फ हड्डी ही हड्डी दिखाई पड़ती है। उन्होंने कहा, यह जो पारंपरिक विद्या है, जो गुरु-शिष्य परंपरा के तहत परिवार दर परिवार चलती थी, वो धीरे-धीरे विलुप्त होती गई। गरीबी और भुखमरी की चोट खाता हमारा शिल्पकार आज यहां तक पहुंचा है। उनके लिए जीवन कोई आसान नहीं है। इस चीज को किसी ने समझा है, तो वह हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।
पीएम मोदी के द्वारा शुरू किए गए पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत शिल्पकारों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शिल्पकार हमारे पौराणिक इतिहास के साथ साथ मौजूदा समय की आधुनिकता को भी साथ लेकर चलें। इस योजना के तहत शिल्पकारों को पैसे भी मिलते हैं। प्रतिदिन 500 रुपये दिए जाते हैं। इस योजना के तहत सभी आवेदन कर सकते हैं। कंगना ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक ही सपना है कि कोई भी भारतवासी पीछे नहीं रहना चाहिए। जिस व्यक्ति ने गरीबों के कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन खपा दिया। उनका एक ही सपना है कि उनका जन्मदिवस याद रखा जाए, तो विश्वकर्मा दिवस के रूप में याद रखा जाए।
बता दें कि कंगना रनौत मंडी लोकसभा क्षेत्र में विश्वकर्मा योजना के तहत आयोजित एक कार्यक्रम में बतौर अतिथि पहुंची थीं। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने इस योजना के लाभार्थियों से बात की। कंगना अपनी फिल्म इमरजेंसी को लेकर भी काफी सुर्खियां बटोर रही हैं। हालांकि, उनकी फिल्म अभी रिलीज नहीं हुई है। दर्शकों में फिल्म इमरजेंसी को लेकर उत्सुकता बनी हुई है। यूं तो फिल्म इसी माह के पहले सप्ताह में रिलीज होने वाली थीं। लेकिन, किन्ही कारणों के चलते रिलीज डेट को आगे बढ़ाया गया है। फिल्म को लेकर लगातार कंगना रनौत को धमकी भी मिल चुकी है।