नयी दिल्ली- हेमंत बिस्वा के विवादित बयान पर टिप्पणी करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि बीजेपी वालों ने मुसलमानों को आज तक एक डला नहीं मारा है। यह आम जनता को तो लड़ाते फिर रहे हैं, इनके बच्चे विदेशों में पढ़ते है और यहां की जनता को भड़काने का काम कर रहे हैं।
आपको बता दे कि असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा ने हाल ही में कर्नाटक चुनाव के दौरान कहा था कि यदि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनती है, तो कर्नाटक में पीएफआई का अड्डा बन जाएगा। राकेश टिकैत ने कहा कि धार्मिक आजादी हम को संविधान में दी गई है। सब अपने धर्म के अनुसार कैसे-कैसे पूजा पाठ करनी है। सबका अपना मौलिक अधिकार है। उन्होंने कहा कि हम को एक दूसरे के खिलाफ नहीं बोलना चाहिए। उन्होंने आसाम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह विकास पर बात करें। कितनी फसलों की एमएसपी पर खरीद हो रही है और क्या उनकी फसलों की वहां पर खरीद हो रही। वह अपने स्टेट में बात करें और सरकार से यह डिमांड करें कि मेरे राज्य में एमएसपी से कम पर खरीद नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि दूसरे के स्टेट में आकर भड़काने का काम नहीं करना चाहिए। सभी लोग यहीं रहेंगे कोई कहीं नहीं जाएगा हिंदुत्व उनका एजेंडा नहीं है। मणिपुर में चल रही जाति हिंसा पर बोलते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि जहां-जहां चुनाव हो रहे हैं वही होता है। उन्होंने कहा कि यह ट्रायल करते हैं। वहां पर इनका पूरा फोकस इस पर रहता है कि वोट किस तरह मिलेगी। विकास पर इनका कोई फोकस नहीं है। एमएसपी पर काम करना चाहिए, नौकरी पर काम करना चाहिए, बेरोजगारी पर काम करें, जिन गरीबों के मकान गिर रहे हैं, पर काम करें। उन्होंने कहा कि बीजेपी को हिंसा कराने से फायदा होता है।
चौधरी राकेश टिकैत ने हाल ही में पंजाब में खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 2 महीने तक उस को खुली छूट दें सिख समाज को बदनाम करने के उद्देश्य से उसको गायब कर दिया, फिर गिरफ्तार करके असम की जेल में भेज दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी को सब पता है कहां से किस को बदनाम किया जाता है और किस तरह वोट का फायदा होता है। वही काम यह लोग करते हैं।
हाल ही में कांग्रेस ने बजरंग दल को बैन करने की मांग उठाई है, इस पर चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि बजरंग तो भगवान का नाम है, आप इसको दंगे में और राजनीतिक लाभ में इसको लेकर जाएंगे। चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि उससे सेवा सीखनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने उसका रूप भी चेंज कर दिया। हनुमानजी का गुस्से वाला रूप दिखा दिया। हनुमान गुस्से वाले थे ही नहीं। हनुमान सेवा करते थे, रामचंद्र के साथ में रहे तो हाथ जोड़कर रहे और सदा सेवा की और जड़ी बूटी लाए तो वह भी सेवा भाव से लाए।