नई दिल्ली। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने एक जनसभा में दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस अब भाजपा की कार्यकर्ता बन चुकी है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमले हो रहे हैं, लेकिन दिल्ली पुलिस एफआईआर तक दर्ज नहीं कर रही है।
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भगवंत मान ने दावा किया कि अरविंद केजरीवाल पर शारीरिक हमले इसलिए हो रहे हैं ताकि उन्हें डराकर प्रचार अभियान से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस के पास पुख्ता सबूत थे कि अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली और पंजाब में हमले हो सकते हैं। इसी वजह से पंजाब पुलिस ने उन्हें सुरक्षा दी थी। लेकिन जब से अरविंद केजरीवाल को पंजाब पुलिस की सुरक्षा मिली, हमलों में तेजी आ गई।
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भगवंत मान ने बताया कि केंद्र सरकार ने पंजाब पुलिस की दी गई सुरक्षा को हटाने का आदेश दिया, जिसके बाद अरविंद केजरीवाल पर हमले और अधिक बढ़ गए। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति जेड प्लस सुरक्षा के दायरे में आता है, उसे देश के किसी भी हिस्से में समान स्तर की सुरक्षा मिलनी चाहिए।
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उन्होंने कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जब दिल्ली आते हैं, तो अपनी प्रदेश की सुरक्षा लेकर आते हैं। इसके अलावा, उन्हें दिल्ली पुलिस और सेंट्रल फोर्स भी मिलती है। भगवंत मान ने कहा कि अगर इन नेताओं को सुरक्षा दी जा सकती है, तो अरविंद केजरीवाल को क्यों नहीं?
भगवंत मान ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जब कोई खिलाड़ी हारने लगता है, तो वह गलत हथकंडे अपनाने लगता है। उन्होंने भाजपा की तुलना ऐसे पहलवान से की, जो हारने के डर से अपने विरोधी को चोट पहुंचाने के हथकंडे अपनाता है।
इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी को रोकने के लिए भाजपा हरसंभव प्रयास कर रही है, लेकिन जनता इसे समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल पर होने वाले हमले न सिर्फ उनके खिलाफ, बल्कि लोकतंत्र के खिलाफ हैं।