मुजफ्फरनगर। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर पर किसान संगठनों के द्वारा चलाया गया आंदोलन किसानों के जहन से न निकल जाये, इसी को लेकर इस आंदोलन की वर्षगांठ मनाने के लिए किसान संगठनों के कार्यकर्ता किसानों को साथ लेकर सड़कों पर उतरने की तैयारी कर चुके हैं।
एसकेएम ने दिल्ली आंदोलन की वर्षगांठ पर देशव्यापी आंदोलन का ऐलान किया गया है। इसका पूरा असर मुजफ्फरनगर जनपद में भी दिखाई देने वाला है। 26 नवम्बर को भारतीय किसान यूनियन टिकैत के सिपाही अपने ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर मुख्यालय को घेरने का काम करेंगे। इसके लिए यूनियन के शीर्ष नेतृत्व ने पदाधिकारियों को दिशा निर्देश जारी कर दिये हैं। यह प्रदर्शन जिले में यूनियन की गठित सात सदस्यीय समन्वय समिति के नेतृत्व में किया जायेगा।
मुज़फ़्फ़रनगर में संभल को लेकर पुलिस अलर्ट, छत पर रखे थे ईंट-रोड़े, लाउड स्पीकर भी उतरवाए
केन्द्र सरकार द्वारा लाये गये तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 40 किसान संगठनों के समन्वय के साथ बने संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा दिल्ली कूच का आह्नान करते हुए चार साल पहले एक लम्बा आंदोलन शुरू किया गया था। किसान दिल्ली के चारों ओर बॉर्डर पर 378 दिन तक धरने पर बैठे थे। इसके बाद केन्द्र सरकार ने यूपी विधानसभा चुनाव से पहले ही एसकेएम की मांगों को मानने का वादा करते हुए तीनों कृषि कानून को वापस ले लिया था।
मुज़फ्फरनगर में पुलिस अफसरों ने ड्रोन उड़ाकर किया एरियल सर्वे, की संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी
इसके बाद एसकेएम द्वारा लगातार केन्द्र सरकार पर वादाखिलाफी करने का आरोप लगाते हुए दिल्ली आंदोलन के दौरान हुए समझौते का पालन करने की मांग को लेकर आंदोलन किये जाते रहे हैं। दिल्ली आंदोलन के चार साल पूर्ण होने पर अब एसकेएम के आह्वान पर किसान पूरे देश में आंदोलन की वर्षगांठ भी सड़कों पर मनाने के लिए कमर कस चुके हैं।
उर्वशी रौतेला ओयो के संस्थापक रितेश अग्रवाल संग कैमरे में कैद हुईं, सोशल मीडिया पर हुई वायरल
26 नवम्बर को एसकेएम के बैनर पर देशव्यापी आंदोलन होने जा रहा है। इसके लिए भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने भी बड़ी भूमिका निभाने के लिए यूनियन को तैयार किया है। मुजफ्फरनगर जनपद में भी मंगलवार की सुबह से ही गांव-देहात से किसान और यूनियन कार्यकर्ता भारी संख्या में जिला मुख्यालय का घेराव करने के लिए दौड़ते नजर आयेंगे।
इस्लामाबाद में तनाव, आमने-सामने इमरान खान के समर्थक और सुरक्षा बल
यूनियन के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के महासचिव योगेश शर्मा ने बताया कि देश की राजधानी में हुए सबसे बड़े किसान आन्दोलन की वर्षगांठ पर 26 नवम्बर को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सभी राज्यों के जिला मुख्यालयों व अन्य चिन्हित स्थानों पर धरना-प्रदर्शन के रूप में आंदोलन किया जायेगा।
इसी कड़ी में पश्चिम उत्तर प्रदेश के साथ ही मुजफ्फरनगर में भी बड़े प्रदर्शन की तैयारी है। धरने के बाद एक ज्ञापन दिया जायेगा, जिसमें एमएसपी गारंटी कानून लागू करने की मांग के साथ ही भूमि अधिग्रहण, बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान, गन्ना मूल्य 450 रुपये प्रति कुंतल घोषित करने सहित अन्य मांगों को उठाया जायेगा।
दैनिक राशिफल….. 26 नवम्बर, 2024, मंगलवार
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साल 2014 में ही यह भाव देने का वादा किसानों से किया था, लेकिन आज तक भी यूपी में ये भाव नहीं मिला। उन्होंने बताया कि यह आंदोलन जिले में गठित समन्वय समिति के नेतृत्व में होगा। पिछले दिनों यूनियन की राष्ट्रीय समन्वय समिति व प्रदेश समन्वय समिति द्वारा उत्तर प्रदेश सहित सभी राज्यों में जिला समन्वय समिति गठित की थी, ताकि जिलाध्यक्ष के साथ गठन सम्बन्धी प्रक्रिया, धरना-प्रदर्शन व आगामी कार्यक्रमों की प्रक्रिया को पूर्ण करने में एक राय बनाई जा सके।
मुंबई में तीन साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म, आरोपी को पुलिस ने हिरासत में लिया
मुजफ्फरनगर में गठित सात सदस्यीय जिला समन्वय समिति में योगेश शर्मा, पुरकाजी चेयरमैन जहीर फारूकी, महकार सिंह गुर्जर, धीरज लाटियान, ठा. सतेन्द्र चौहान, राजेन्द्र सिंह सैनी और सतेन्द्र बालियान रसूलपुर जाटान को शामिल किया गया। 26 नवम्बर को होने वाले आंदोलन में इस कमेटी की मुख्य भूमिका रहेगी। कमेटी के लोग ही आंदोलन को लीड़ करेंगे। जिलाध्यक्ष नवीन राठी ने बताया कि सुबह 10 बजे किसान भारी संख्या में अपने वाहन लेकर कलक्ट्रेट स्थित डीएम कार्यालय पहुंचेंगे।