मेरठ। गाड़ी घोटाले के बाद नगर निगम में फिर भ्रष्टाचार हो गया। 50 हजार हजार के सोफे-अलमारी खरीदे गए और बिल तीन लाख रुपये का बना दिया गया। सोमवार को सामान की खरीद में गड़बड़ी का आरोप लगाकर भाजपा पार्षदों ने निगम में हंगामा किया।
पार्षदों का कहना है कि निगम में कर्मचारियों के पटल परिवर्तन, सिकनी किरायानामा और नामजद कर्मचारियों के मामले में अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस कारण ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। पार्षदों ने नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की।
भाजपा पार्षद उत्तम सैनी, संजय सैनी और पवन चौधरी सहित 12 पार्षद नगर निगम पहुंचे। पार्षद उत्तम सैनी ने बताया कि पार्षद कक्ष में छह माह पहले सोफे रखे थे, जिसकी कीमत 50 हजार है, लेकिन निगम के अधिकारियों ने सोफे का बिल तीन लाख रुपये बताया।
इसी तरह पार्षद कक्ष में अलमारी नहीं बनाई है, जबकि नगर निगम ने एक लाख रुपये का बिल बनाकर भुगतान करा लिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि निगम में कई कर्मचारी कम दामों में सामान खरीद कर उसका बिल चार से पांच गुने का बनवाकर भुगतान करा ले रहे हैं।