नोएडा। समुंद्र में शिप (क्रूज) पर ऊंचें पदों पर नौकरी लगवाने के नाम पर बेरोजगारों से ठगी करने वाले एक कॉल सेंटर का थाना सेक्टर-58 पुलिस ने खुलासा करते हुए एक युवती समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस ने लैपटॉप, मोबाइल फोन, मोहरें, महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किया है। इस ठगी में शामिल एक युवती समेत दो लोग फरार है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
एडीसीपी नोएडा मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि एक सूचना के आधार पर थाना सेक्टर- 58 पुलिस ने सेक्टर-62 स्थित आइथम टावर में चल रहे अवैध कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है। उन्होंने बताया कि मौके से पुलिस ने अंकित पुत्र रामबहादुर, अरीबा पुत्री अहमद हुसैन, यावेन्द्र पुत्र रामपाल सिंह, दुर्गेश यादव पुत्र भगवानदास तथा बादल पुत्र मूलचन्द्र को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि ये लोग सोशल मीडिया के माध्यम से विज्ञापन देकर बेरोजगारों को अपने जाल में फंसाते थे, तथा क्रूज पर नौकरी लगवाने और विभिन्न जगहों पर नौकरी लगाने के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूल लेते थे। उन्होंने बताया कि इनके पास से पुलिस ने 8 कम्प्यूटर सीपीयू, 1 लैपटाप, 5 मोबाइल, 11 मोहरे, 2 सिम कार्ड, 1 एसआईडी कार्ड, 1 सीडीसी, 1 पासपोर्ट 8 दस्तावेज व आफर लेटर बरामद किया है।
उन्होंने बताया कि कल एक पीड़ित युवक ने थाने पर आकर श्किायत की दी कि उसे नौकरी की तलाश थी। फेसबुक पर उसने यथार्थ ग्रुप कन्सट्रक्शन एवं फैक्ल्टी मैनेजमेंट नाम से एक एड देखा। जिसमें दिये गये नंबर पर व्हास्टएप पर काल की तो बताया गया कि कंपनी शिप (क्रूज) पर विभिन्न पदों पर नौकरी दिलाने का काम करती है। वादी ने आकाश से बात कि तथा उसने ऑन लाईन इन्टरव्यू गूगल मीट पर कराया और कहा कि आपका सलेक्शन मुम्बई टू गोवा शिप के लिए हो गया है। आप को नोएडा मेडिकल के लिए आना पडेगा। जिसके लिए 11 हजार रुपये लगेंगे।
वादी ने 11 हजार रुपये आन लाईन गुगल पे पर अंकित सिंह को भेज दिया। कुछ दिन बाद यथार्थ ग्रूप की तरफ से ईमेल मेल आया कि आपको 38600 रुपए और देने हंै। पीड़ित ने अच्छी नौकरी के लालच में 38600 उनके बताये गए खाते में भेज दिया। इसके बाद कंपनी का मेल आया कि आपको मुम्बई टू गोवा शिप कस्टूमर सर्विस पर ज्वाईन करना है।
यथार्थ ग्रुप कन्सट्रक्शन एवं फैक्ल्टी मैनेजमेंट कंपनी के द्वारा पीड़ित को कूटरचित ऑफर लेटर व मेडीकल तैयार कर मेल पर भेजा गया। जो पूरी तरह से फर्जी था। एडीसीपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान अभियुक्तों से ज्ञात हुआ कि इस कॉल सेन्टर के मलिक अंकित है।
जो फेसबुक व इंस्टाग्राम पर शिप व अन्य जगहो पर सिविल, कंट्रक्शन, हाउसकीपिंग, सिक्योरिटी गार्ड, गन मैन, मैकेनिक, इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर, सुरपरवाईजर, हाउस कीपिंग स्टाफ आदि पदों पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर लोगों के साथ ठगी की घटनाओं को बेखौफ होकर अंजाम दे रहा था।