मेरठ। मेडिकल कालेज के मीडिया प्रभारी डा वी डी पाण्डेय ने बताया कि रेडियोथेरेपी विभाग में कोबाल्ट मशीन पर रोगियों का उपचार दोबारा शुरू हो गया है। डॉक्टर अजय कुमार श्रीवास्तव के उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नियुक्ति के बाद 10 मार्च 2023 को डा श्रीवास्तव ने विकिरण सुरक्षा अधिकारी के पद पर अपनी योगदान आख्या दी थी। इसके उपरांत उन्होंने, आचार्य एवम विभागाध्यक्ष डॉक्टर सुभाष सिंह एवं प्रधानाचार्य डॉक्टर आर सी गुप्ता के साथ सार्थक प्रयास किया एवं एक माह के अंदर 10 अप्रैल 2023 को परमाणु ऊर्जा नियामक परिषद (A.E.R.B.) से रोगियों के इलाज के अनुमति मिल गई है।
बताते चलें कि मेडिकल में उपलब्ध कैंसर की सिंकाई की सुविधा से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कैंसर से पीड़ित रोगियों को काफी राहत मिलेगी। इस मशीन पर प्रतिदिन मात्र ₹ 35 में रोगियों का विकिरण द्वारा उपचार किया जा सकेगा। इसमें शरीर में अलग अलग अंगो के कैंसर जैसे- *मुख, गला, फेफड़े, आंत, बच्चेदानी, मलद्वार, स्तन* आदि हैं। इसके अलावा जिन मरीजों की बीमारी ज्यादा हो, उन्हें राहत के लिए भी विकिरण चिकित्सा दी जा सकती है, इसमें अंतिम चरण (स्टेज 4) वाले मरीज जिन्हे बीमारी ज्यादा फैल गई हो, उनको दर्द से राहत के लिए इलाज दिया जा सकता है।
प्रधानाचार्या डा आर सी गुप्ता ने कहा कि रेडियोथेरेपी विभाग मारिजों को सेवा दे रहा है तथा निकट भविष्य में भी देता रहेगा। इसके अलावा विभाग में एक नई सी टी सिम्युलेटर मशीन भी जल्दी ही चालू हो रही है जिससे मरीजों का और भी बेहतर तरीके से इलाज किया जा सकेगा। रेडियोथेरेपी विभाग में इस समय परमाणु ऊर्जा नियामक परिषद (A.E.R.B.) के मानक के अनुसार संकाय सदस्य (चिकित्सक) उपलब्ध हैं जिसमें आचार्य एवं विभागाध्यक्ष डॉ सुभाष सिंह (रेडिएशन ऑनकोलॉजिस्ट), सहायक आचार्य डॉ नलिन गोयल (रेडिएशन ऑनकोलॉजिस्ट), एवं आचार्य (मेडिकल फिजिक्स) एवं विकिरण सुरक्षा अधिकारी डॉ अजय कुमार श्रीवास्तव , सहायक आचार्य (मेडिकल फिजिक्स) शुभम तैनात हैं।