मेरठ। क्राइम ब्रांच में भाई-बहन की नौकरी लगवाने का झांसा देकर पुलिसकर्मी और उसकी बेटी ने 30 लाख रुपये ठग लिए। आरोपियों ने लखनऊ एसएसपी कार्यालय के फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमा दिए। पीड़ित भाई-बहन की मां ने सिविल लाइन थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।
कोतवाली क्षेत्र में हापुड़ अड्डा भगत सिंह मार्केट निवासी सुनीता पत्नी सुभाष कुमार ने बताया कि वर्ष 2020 में पड़ोसन आरती ने उसकी मुलाकात सुरक्षा उर्फ रूबी से कराई थी। इसके बाद वह लगातार मोबाइल पर उनके साथ बात करने लगी और अकसर घर आने लगी। सुरक्षा ने उनकी मुलाकात पुलिस लाइन में अपने पिता रामकिशन से करवाई। उसने पुलिस का परिचय पत्र और ट्रैफिक पुलिस की सफेद वर्दी में अपने फोटो दिखाया।
रामकिशन ने सुनीता के पुत्र आकाश कुमार और पुत्री आंचल की क्राइम ब्रांच में नौकरी लगवाने की बात कही। सुनीला झांसे में आ गई तो पहले एक लाख रुपये एडवांस मांगे। इसके बाद पुत्र की लखनऊ एसएसपी कार्यालय में अनुचर के पद पर नौकरी का नियुक्ति पत्र देकर तीन लाख रुपये हड़प लिए। इसके बाद छह लाख रुपये लेकर सर्विलांस हेड मोहर्रिर पद का नियुक्ति पत्र दे दिया। पुत्री आंचल की अकाउंट बाबू के पद पर नौकरी लगवाने के नाम पर एसएसपी लखनऊ का फर्जी पत्र दिखाकर तीन लाख रुपये ले लिए।
इसी तरह दोनों बच्चों की नौकरी के नाम पर 15-15 लाख रुपये ठग लिए। रुपये हड़पने के बाद वह कहने लगा कि जिस अधिकारी को मैंने रुपये दिए हैं, उसका ट्रांसफर हो गया है। दूसरा अधिकारी आने पर नौकरी लगवा दूंगा। अब रुपये वापस मांगने पर पिता-पुत्री जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। उन्होंने अपने रिश्तेदारों से उधार व ब्याज पर रुपये लेकर और जेवर बेचकर रामकिशन को धनराशि दी थी। एसएसपी के आदेश पर सिविल लाइन पुलिस ने धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।