मेरठ। वरिष्ठ फोटो जर्नलिस्ट विश्व मोहन नौटियाल ने सीसीएसयू के मॉसकाम विभाग के छात्रों को फोटोग्राफी की बारीकियां समझाते हुए कहा कि एक बेहतरीन फोटोग्राफ खींचने के लिए केवल कैमरा पकड़ना ही पर्याप्त नहीं होता, बल्कि उसके लिए फोटो की गहरी समझ विकसित करना आवश्यक है। उन्होंने कैमरे की क्वालिटी, लेंस, अपर्चर, और प्रकाश व्यवस्था से संबंधित सामान्य ज्ञान को आवश्यक बताया।
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वें आज यहां चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल में चार दिवसीय फोटोग्राफी कार्यशाला के उद्घाटन के मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। इस कार्यशाला में फोटोग्राफी के तकनीकी और व्यावहारिक पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। विश्व मोहन नौटियाल ने बताया कि वर्तमान समय में पत्रकारिता में विविधता आने के कारण फोटोग्राफी का महत्व अत्यधिक बढ़ गया है। आउटडोर एवं इनडोर फोटोग्राफी के दौरान प्रकाश व्यवस्था की महत्ता को समझाते हुए उन्होंने कहा कि एक अच्छी फोटो खींचते समय इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि अनावश्यक छायाएं (शैडो) ना पड़ें और चेहरे पर अधिक रोशनी का परावर्तन (रिफ्लेक्शन) न हो।
उन्होंने बताया कि समाचार पत्रों के लिए फोटोग्राफी करते समय विशेष सतर्कता की आवश्यकता होती है, क्योंकि किसी भी दृश्य की स्थिति क्षण भर में बदल सकती है। ऐसे में उचित समय का इंतजार करना और सही समय पर कैमरे का क्लिक करना आवश्यक होता है, ताकि तस्वीर में स्वाभाविकता बनी रहे और वह दर्शकों व पाठकों को वास्तविकता के अधिक निकट लगे। कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल के निदेशक, प्रोफेसर प्रशांत कुमार ने बताया कि चार दिवसीय इस कार्यशाला में फोटोग्राफी के विभिन्न तकनीकी एवं कलात्मक पहलुओं को गहराई से समझाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि एक प्रभावी फोटो हजार शब्दों के बराबर होती है, इसलिए फोटोग्राफी को केवल कला नहीं, बल्कि एक सशक्त संचार माध्यम के रूप में देखा जाना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि डिजिटल युग में फोटोग्राफी के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं और छात्रों को इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए लगातार अभ्यास एवं नवीन तकनीकों को अपनाने की आवश्यकता है। कार्यशाला में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं ने फोटोग्राफी से जुड़े अपने प्रश्न पूछे और विशेषज्ञों से महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कीं। चार दिवसीय इस कार्यशाला में कैमरा संचालन, विभिन्न प्रकार की लाइटिंग तकनीकों, कोण (एंगल) चयन, कंपोजिशन, डिजिटल एडिटिंग, और फोटो जर्नलिज्म से संबंधित विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।