सहारनपुर। सहारनपुर जिले में पिछली सरकारों के दौरान अवैध खनन के मामले में एक लाख के इनामी फरार खनन माफिया पूर्व एमएलसी इकबाल बाल्ला का एकछत्र राज था। जिसे योगी सरकार में पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया है। लेकिन त्रासदी यह है कि इस सरकार ने ना जाने कौन-कौन और कहां से अवैध खनन में लोग आ गए हैं। और पुलिस-प्रशासन के लिए गंभीर चुनौती पेश कर रहे हैं।
अवैध खनन को लेकर एनजीटी ने भी कड़े आदेश-निर्देश दिए है जिसे लेकर जिलाधिकारी डा. दिनेश चंद्र सिंह ने संबंधित विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर अवैध खनन, अवैध परिवहन और गैर कानूनी तरीके से स्टोन क्रशर वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। वहीं इस श्रृंखला में नकुड़ के तहसीलदार राधेश्याम ने सरसावा क्षेत्र में शाहजहांपुर पुलिस चौकी के तहत गांव कुतुबपुर में यमुना कनारे अवैध खनन होने की शिकायत पर छापा मारा और अवैध खनन लदे वाहनों को पकड़ा तो गांव हुसैनपुर के पास माफियाओं और उनके गुर्गों ने तहसीलदार को घेर लिया और उनकी गाड़ी को तोड़फोड़ दिया और पुलिस से ट्रैक्टर ट्राली छीनकर भाग गए। यह घटना बीते 10 अगस्त 23 की है।
सरसावा पुलिस ने आज इस मामले में सद्दाम पुत्र इरफान, केसर पुत्र कामिल निवासीगण गांव हुसैनपुर और सब्बीर पुत्र सादिक निवासी गांव खागौड़ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। तीनों ने अपना अपराध कबूल कर लिया है। दूसरी ओर अवैध खनन प्रभावित बेहट के एसडीएम दीपक कुमार की मांग पर जिला प्रशासन ने पीएसी उपलब्ध कराई है। अब प्रशासनिक अधिकारी पुलिस और पीएसी की मौजूदगी में खनन से लदे अवैध वाहनों की जांच करेंगे। बिहारीगढ़, छुटमलपुर, कल्सिया बेहट, गंदेवार्ड, रायपुर-मिर्जापुर स्थानों पर पीएसी के जवान तैनात रहेंगे।