जौनपुर। मल्हनी विधानसभा से सपा विधायक लकी यादव पर जेई और ठेकेदार को बंधक बनाने का आरोप लगा है। रविवार की देर रात को पहुंची जिला व पुलिस प्रशासन की टीम ने उन्हें मुक्त कराया। इस दौरान विधायक के समर्थकों और पुलिस से झड़प हुई है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से सार्वजनिक हुआ है।
इस मामले में सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए मल्हनी विधायक लकी यादव ने बताया कि बीती रात उनके आवास के नीचे कुछ संदिग्ध लोग घुस रहे थे, जिसको उन्होंने सीसीटीवी कैमरे में अपने लैपटॉप में देखा। अपने लोगों को नीचे उनको पकड़ने के लिए भेज तो वे लोग भागने लगे। समर्थकों ने उन्हें दौड़ाकर पकड़ लिया और इसकी जानकारी उन्होंने पुलिस अधीक्षक को भी फोन कर अवगत कराया। काफी देर बाद कोई भी नहीं पहुंचा फिर हमने सीओ सिटी को भी फोन किया। इसके बाद लाइन बाजार पुलिस पहुंची।
मामले की जानकारी ले रहे थे कि इसी बीच चौकी इंचार्ज सरायपोख्ता भी पहुंच गए। पुलिस वालों ने मेरे साथ अभद्रता किया है, मेरा कॉलर पकड़ा है। मैंने सिर्फ उनसे चौथे आदमी को पहचान कराने की बात कही थी। थोड़ी देर बाद में कोतवाल भी मौके पर पहुंच गए और जबरदस्ती लोगों को ले जाने लगे। मैंने कहा कि चौथे आदमी से पहचान कराइए फिर सब को ले जाइए। बीच बचाव के लिए घर के बाहर आई मेरी भाभी और मेरी पत्नी से भी पुलिस द्वारा धक्का-मुक्की किया गया। हम इस मामले को सदन में उठाएंगे। साथ ही पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी से मिलकर उन्हें मामले से अवगत कराएंगे। हमने किसी सरकारी कर्मचारी को बंधक नहीं बनाया है, किसी भी व्यक्ति ने शराब नहीं पी रखी थी।
सोमवार को जानकारी देते हुए अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि बीती रात नगर कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत मल्हनी विधायक के आवास के पास पीडब्ल्यूडी के तथाकथित जेई और ठेकेदार द्वारा नाली निर्माण के संबंध में खुदाई की जा रही थी। इस दौरान उन्हें बंधक बनाए जाने की सूचना प्राप्त हुई तो पुलिस मौके पर पहुंची। बंधक बनाए लोगों को मुक्त कराया है। विधयाक का आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने घर की महिलाओं के साथ अभद्रता की, जिसकी जांच की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले को लेकर सपा जिला अध्यक्ष डॉ. अवधनाथ पाल के नेतृत्व में मछलीशहर विधायक रागिनी सोनकर सहित सैकड़ों सपा कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय के सामने इस मामले को लेकर सिटी मजिस्ट्रेट देवेंद्र सिंह को निष्पक्ष जांच करने की माग को लेकर ज्ञापन सौंपा है।