हाजीपुर। बिहार के वैशाली जिले के औद्योगिक नगर थाना क्षेत्र में हाई वोल्टेज बिजली के तार की चपेट में आने से नौ कांवड़ियों की मौत हो गई। इस घटना में कई लोग बुरी तरह झुलस गए, जिनमें दो की हालत चिंताजनक बनी हुई है। इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस हादसे पर दुख जताया है। मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये मुआवजे की राशि दे दी गई है। पुलिस के अनुसार, यह घटना सुलतानपुर गांव की है। डीजे ट्रॉली में बांधकर ले जाने के दौरान 11 हजार वोल्ट के तार में माइक के संपर्क में आने से घटना होने की आशंका है।
इस दुर्घटना में आठ लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि एक व्यक्ति ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस हादसे में पांच से छह लोग घायल हुए हैं जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस उपाधीक्षक (सदर) ओम प्रकाश ने बताया कि सभी मृतक सुल्तानपुर गांव के ही रहने वाले थे। ये सावन महीने में प्रत्येक रविवार की रात करीब 12 बजे पहलेजा घाट से गंगाजल भरने और हरिहरनाथ मंदिर जलाभिषेक करने निकले थे। तभी यह घटना घटी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि घटना के बाद तत्काल बिजली कार्यालय को फोन किया गया लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया।
पुलिस ने सभी शवों को अपने कब्जे में लेकर सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है। इधर, घटना के बाद लोग काफी आक्रोशित हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दुर्घटना काफी दुःखद है और मैं इस घटना से मर्माहत हूं। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने के शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड द्वारा मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रूपये का अनुग्रह अनुदान भुगतान कर दिया गया है। इससे पहले, एक अगस्त को भी झारखंड के लातेहरा में पांच कांवड़ियों की मौत हो गई थी और तीन घायल हो गए थे। यह दुर्घटना बालूमाथ थाना क्षेत्र के तम-तम के पास हुई थी।