मेरठ। आज मेरठ मण्डल मेरठ के अन्तर्गत गत वर्ष गोवंशीय पशुओं में फैली लम्पी स्किन डिजीज की रोकथाम हेतु मण्डल के पशुपालन विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा मण्डल में 3049000 के सापेक्ष 3049000 टीकाकरण, संक्रमित गोवंश को आईसोलेशन में रखकर चिकित्सा कर उत्कृष्ट कार्य किया गया, जिसमें पशुपालकों को बहुत बड़ी राहत मिली तथा गोवंश को अकाल मृत्यु से बचाया जा सका।
कमिश्नरी सभागार, मेरठ में आयुक्त मेरठ मंडल मेरठ सेल्वा कुमारी जे0 द्वारा संयुक्त विकास आयुक्त, मेरठ मण्डल एवं अपर निदेशक ग्रेड-2 पशुपालन विभाग, मेरठ मण्डल मेरठ की उपस्थिति में जनपद मेरठ के 12, गाजियाबाद के 08, गौतमबुद्धनगर के 10, बुलन्दशहर के 11, हापुड़ के 11, बागपत के 06 कुल 64 अधिकारियों/ कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इन अधिकारियों में 06 मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, 09 उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, 18 पशुचिकित्साधिकारी, 17 पशुधन प्रसार अधिकारी एवं 14 अन्य अधिकारी/कर्मचारियों को प्रशंसा करते हुए सम्मानित किया गया।
ज्ञातव्य है कि राज्य स्तर पर मेरठ मण्डल के मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ० महेश कुमार, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी हापुड़ डॉ० प्रमोद कुमार के साथ-साथ अपर निदेशक मेरठ मण्डल डॉ० अरुण कुमार जादौन को लम्पी स्किन डिजीज की रोकथाम में उत्कृष्ट कार्य किये जाने पर पूर्व में ही शासन द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।
इससे पूर्व हुई विभागीय समीक्षा बैठक में समस्त अधिकारियों को पशुओं में शत-प्रतिशत गलाघोंटू एवं खुरपका-मुंहपका रोग नियंत्रण हेतु टीकाकरण कराने के लिए निर्देशित किया गया। साथ ही यह भी निर्देश दिये गये कि कोई भी गोवंश निराश्रित/बेसहारा न रहे। यदि कहीं पर कोई गोवंश निराश्रित/बेसहारा गोवंश पाया जाता है तो अविलम्ब ही नजदीकी गो आश्रय स्थल में संरक्षित कराये।
संरक्षित गोवंश हेतु भूसा, हरा चारा, राशन, साफ पानी की समुचित व्यवस्था रहे। वृहद्ध गो संरक्षण केन्द्र कूलपुर जनपद हापुड़ को अविलम्ब क्रियाशील किये जाने हेतु निर्देश दिये गये।