सहारनपुर। अपने प्रशासनिक कामकाज और बेहतर कानून व्यवस्था के लिए देश में सबसे ज्यादा कीर्ति और यश बटोरने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहारनपुर के पुंवारका स्थित माता शाकम्बरी राज्य विश्वविद्यालय के समय पर भवन निर्माण कार्य पूरे नहीं हो पाने से बेहद चिंतित हैं और ऐसा लगता है कि वो लोक निर्माण विभाग महकमे से अपेक्षित सहयोग नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहारनपुर क्षेत्र से अपने विशेष लगाव को देखते हुए यहां के छात्र और छात्राओं को उच्च शिक्षा की सुविधा सहारनपुर में ही मुहैया कराने के उद्देश्य से वर्ष 1919 में सहारनपुर में माता शाकम्बरी राज्य विश्वविद्यालय स्थापित कराया था। राज्य सरकार ने भवन निर्माण इत्यादि के लिए पूरी धनराशि भी आवंटित की। लेकिन कार्यदात्री संस्था लोक निर्माण विभाग मुख्यमंत्री की अपेक्षाओं पर बिल्कुल भी खरा नहीं उतर पा रहा हैं।
विधानसभा चुनावों से ठीक पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस यूनिवर्सिटी का उद्घाटन कर दिया था और मुख्यमंत्री ने मेरठ यूनिवर्सिटी के विख्यात प्रोफेसर और कुशल प्रशासक डा. हरिशंकर सिंह को इस यूनिवर्सिटी का कुलपति नियुक्त किया था। कुलपति डा. हरिशंकर सिंह भी भवन निर्माण कार्यों की सुस्त गति को लेकर चिंतित हैं। अभी तक आधा काम ही हो पाया है। आधा निर्माण कार्य अभी बाकी है।। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में यह यूनिवर्सिटी शामिल है।17 अगस्त 2022 को योगी आदित्यनाथ इस यूनिवर्सिटी के निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने के लिए आए थे और उन्होंने निर्माण कार्यों की धीमी गति पर अपनी गहरी नाराजगी जताई थी। उन्होंने सहारनपुर के कमिश्नर डा. लोकेश एम. और जिलाधिकारी अखिलेश सिंह को भी निर्देशित किया था कि वे इस यूनिवर्सिटी का तय अवधि में निर्माण कार्य पूरा कराने का काम करें। लेकिन कार्यदात्री संस्था लोक निर्माण विभाग के सामने सभी नाकाम साबित हो गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले महीने 24 अप्रैल को नगर निकाय चुनाव प्रचार अभियान की शुरूआत करने इसी स्थान के पास आए थे और उन्होंने अलग से इस यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. हरिशंकर सिंह से निर्माण कार्यों की प्रगति के बारे में मालूमात की थी। डा. सिंह ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया था कि जो भी अभी तक निर्माण कार्य हुआ है उसका वह पूरा भुगतान कर चुके हैं।
कुलपति डा. एचएस सिंह हैं कि जल्द से जल्द इस विश्वविद्यालय में शिक्षण कार्य सुचारू रूप से शुरू हो सके और गति पकड़ सके। कुलपति डा. हरिशंकर सिंह 17 अप्रैल को लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले और उन्होंने इस विषय पर मुख्यमंत्री को विस्तार से जानकारी दी।
मुख्यमंत्री काफी असंतुष्ट और नाराज नजर आए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का 25 मई को मुजफ्फरनगर जिले के खतौली कस्बे में जाने का कार्यक्रम है। लेकिन योगी आदित्यनाथ ने माता शाकम्बरी राज्य विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने को प्राथमिकता देते हुए अचानक ही अपना दौरा सहारनपुर का रख दिया। बीती देर रात मुख्यमंत्री कार्यालय से सहारनपुर के नए जिलाधिकारी डा. दिनेश चंद्र को सभी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए। प्रशासन ने यूनिवर्सिटी के पास हेलीपेड का निर्माण कराया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ स्टेट प्लेन से सहारनपुर के सरसावा हवाई अड्डे पर दोपहर 12.25 पर उतरेंगे और वहां से पौने एक बजे माता शाकम्बरी राजकीय यूनिवर्सिटी पुंवारका जाएंगे जहां वे यूनिवर्सिटी के निर्माण कार्यों का निरीक्षण करेंगे।
वहीं पर वह अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। कल ही सहारनपुर में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का भी कार्यक्रम है। वंदे भारत ट्रेन का कल देहरादून से आनंद विहार जाने के रूट पर सहारनपुर में दोपहर सवा दो बजे कार्यक्रम है। जिसमें सहारनपुर के नागरिक रेल मंत्री का इस महत्वपूर्ण ट्रेन को इस रूट पर चलाने और सहारनपुर में उसका पांच मिनट का ठहराव करने के लिए अभिनंदन करेंगे और आभार व्यक्त करेंगे। मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर पूरा जिला पुलिस-प्रशासन सतर्क है।
दिलचस्प बात यह है कि जो लोक निर्माण विभाग की संस्था इस यूनिवर्सिटी का निर्माण करा रहा है उस विभाग के कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद हैं। लगता है कि मंत्री की अपने विभाग पर कोई भी पकड़ नहीं है। मुख्यमंत्री क्या इस पर भी विचार करेंगे कि यह संस्था उनके बार-बार निर्देश देने के बावजूद निर्माण कार्यों में क्यों हीला-हवाली बरत रही है। इसकी जवाबदेही भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को तय करनी चाहिए।
हालांकि यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. एचएस सिंह का कहना है कि वे नए शिक्षा सत्र जो अगस्त से शुरू हो रहा है छात्र-छात्राओं की पढ़ाई के लिए कुछ कमरों की अपने स्तर से व्यवस्था कराकर शिक्षण कार्य शुरू कराना चाहते हैं। अब देखना है कि इस यूनिवर्सिटी के भवन व अन्य विभागों का निर्माण कार्य कब पूरा होता हैं। अभी तक तो इस मामले में मुख्यमंत्री को नाकामी ही हाथ लग रही है।