नई दिल्ली। कांग्रेस ने गुरुवार को केंद्र सरकार पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि उसने केवल न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा करके किसानों से ‘धोखा’ किया है, लेकिन कभी भी उन दरों पर उनकी उपज की खरीद नहीं की। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार ने एमएसपी को ‘निर्माता की अधिकतम पीड़ा’ में बदल दिया है, जो साबित करता है कि भाजपा ‘किसान विरोधी डीएनए’ से बनी है।
खरीफ सीजन 2023-24 के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की घोषणा करने के एक दिन बाद कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने दावा किया कि किसानों को आदर्श रूप से जो मिलना चाहिए, उससे न केवल एमएसपी बहुत कम है, बल्कि सरकार बहुत सीमित खरीद करती है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कृषि लागत और मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिशों के बाद इनपुट लागत और 50 प्रतिशत लाभ की गणना के बाद विभिन्न फसलों के एमएसपी को तय करने का वादा किया था।
सुरजेवाला ने दावा किया कि सरकार द्वारा घोषित एमएसपी कहीं भी उस राशि तक नहीं पहुंचती है, उन्होंने कहा कि इस ‘कम’ एमएसपी पर भी फसलों की शायद ही कोई खरीद होती है।
सुरजेवाला ने कहा कि सच्चाई यह है कि मोदी सरकार ने उत्पादन के 50.02 प्रतिशत पर धान के अलावा कोई फसल नहीं खरीदी, क्योंकि यह गेहूं के मामले में केवल 17.59 प्रतिशत और दालों, तिलहन और अन्य फसलों के मामले में 0.5 प्रतिशत से कम है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों को उत्पादन लागत पर 50 प्रतिशत लाभ की गारंटी देने के वादे को तोड़ दिया और उसने अपने भाजपा शासित राज्यों की सिफारिशों को भी स्वीकार नहीं किया है।