Friday, May 10, 2024

राम भक्तों को दशकों पुराने झूंठे केसों में फंसा रही है कांग्रेस सरकार: विहिप

मुज़फ्फर नगर लोकसभा सीट से आप किसे सांसद चुनना चाहते हैं |

नयी दिल्ली। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने बुधवार को आरोप लगाया कि कर्नाटक की कॉंग्रेस सरकार श्री राम जन्म भूमि आंदोलन के समय दर्ज किये गए झूठे मुकदमों को पुनर्जीवित करने का षडयंत्र रच रही है।

विहिप के केन्द्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेन्द्र जैन ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार द्वारा 30-35 वर्ष पुराने मामलों को, जिनके अंदर आरोपित अनेक व्यक्तियों की मृत्यु भी हो चुकी है और अधिकांश की आयु 70 से 80 वर्ष के बीच में है, उन्हें फँसाया जा रहा है। क्योंकि वे मामले झूठे थे, कुछ सरकारों ने बाद में वापस भी लिए। आज उनको दोबारा से पुनर्जीवित कर के उन कार्यकर्ताओं को, जो जीवित बचे हैं, दोबारा से गिरफ्तार किया जा रहा है।

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

उन्होंने कहा,“इन सब कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर के कांग्रेस सरकार आखिर क्या सिद्ध करना चाहती है?” उन्होंने कहा कि 10 हजार से अधिक मामले उस समय झूठे तौर पर दर्ज किए गए थे। वो उन सब को पुर्नजीवित कर, कर्नाटक के हिंदू समाज में भय का माहौल पैदा करना चाहती है। क्या यही कांग्रेस का असली चेहरा है? एक ओर कॉंग्रेसी प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को प्राप्त करने के लिए लालायित हो रहे है और वहीं, दूसरी ओर हिंदू कार्यकताओं पर इस तरह से अत्याचार कर रहे है। लगता है कि यही कांग्रेस का असली चेहरा है।”

डॉ जैन ने कहा कि जिस समय 1949 में राम लला का विग्रह प्रकट हुआ था, उस समय भी पंडित जवाहरलाल नेहरू और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उस मूर्ति को जबरन हटाने की कोशिश की थी। लेकिन तत्कालीन जिलाधीश की वजह से वो प्रतिमा वहाँ सुरक्षित रहीं। उसके पश्चात जब पहला चुनाव हुआ, अयोध्या में कांग्रेस के उम्मीदवार ने इसी आधार पर वह चुनाव लड़ा था कि यदि वो जीता तो वहाँ से मूर्ति हटा दी जाएंगी। यही राम विरोधी चेहरा लेकर कांग्रेस बार बार सामने आ रही है।

उन्होंने चेताया कि कर्नाटक की जनता इसका मुंहतोड़ जवाब देगी। एक ऐसा आंदोलन वहाँ खड़ा किया जाएगा कि कोई भी राम विरोधी, जनता की उस लहर का सामना नहीं कर पाएगी।

Related Articles

STAY CONNECTED

74,237FansLike
5,309FollowersFollow
47,101SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय