मुज़फ्फरनगर। बसपा में लम्बे समय तक विभिन्न पदों पर रहकर काम करने वाले नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कांग्रेस में भी वहीं कल्चर अपनाने का काम किया है। बसपा में रहते हुए कार्यकर्ताओं को कुछ न समझने वाले नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कांग्रेस के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष के रूप में कार्यकर्ताओं को जमकर हडकाना व उनसे अभद्रता करना शुरू कर दिया है।
मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी को हटवाने का बीडा उठा लिया है। नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर आरोप है कि उन्होंने गुफरान काजमी व अरशद राणा के बीच हुई हाॅटटाॅक में पक्षपात किया और अरशद राणा का पक्ष लेते हुए पार्टी में गुटबाजी बढाने का काम किया है।
कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष व पीसीसी सदस्य गुफरान काजमी ने कांग्रेस हाईकमान को पत्र लिखकर बताया कि विगत दो जून को नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने निकाय चुनाव की समीक्षा के लिये सहारनपुर व मेरठ मंडल के कार्यकर्ताओं की बैठक मेरठ में बुलाई और जिलेवार समीक्षा की।
बैठक में अरशद राणा द्वारा गुफरान काजमी के साथ की गई गालीगलौच का मामला उठा, तो नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने अरशद राणा का पक्ष लिया, जिससे बैठक में काफी देर तक तनातनी हुई। आरोप है कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने मामले को सुलझाने के बजाय उलझा दिया। इस मामले को लेकर मुजफ्फरनगर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश है और उन्होंने सोनिया गांधी व राहुल गांधी से शिकायत कर नसीमुद्दीन सिद्दीकी को तत्काल पश्चिमी क्षेत्र अध्यक्ष पद से हटाने की मांग की है।