नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 27 वर्षों के बाद सत्ता में वापसी करते हुए 70 में से 48 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) को 22 सीटों से संतोष करना पड़ा। इस जीत के पीछे कई प्रमुख कारण हैं।
1. नेतृत्व में विश्वास: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और उनके नेतृत्व में जनता का विश्वास भाजपा की जीत का एक महत्वपूर्ण कारण रहा। मोदी ने दिल्ली के विकास और नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार के लिए प्रतिबद्धता जताई, जिससे मतदाताओं का समर्थन मिला।
2. आप सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप: आप सरकार के प्रमुख नेता अरविंद केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें जेल भी जाना पड़ा। इन आरोपों ने आप की छवि को नुकसान पहुंचाया और भाजपा ने इसे चुनावी मुद्दा बनाकर भुनाया।
3. मध्यवर्गीय मतदाताओं का समर्थन: दिल्ली में बड़ी संख्या में मध्यवर्गीय मतदाता हैं, जिनकी समस्याओं और आवश्यकताओं को भाजपा ने अपने चुनावी अभियान में प्रमुखता से उठाया। भाजपा ने बजट में मध्यवर्ग के लिए लाभकारी नीतियों की घोषणा की, जिससे इस वर्ग का समर्थन मिला।
4. आप की गिरती लोकप्रियता: पिछले चुनावों में 60 से अधिक सीटें जीतने वाली आप पार्टी इस बार केवल 22 सीटों पर सिमट गई। केजरीवाल की कानूनी परेशानियों और भ्रष्टाचार के आरोपों ने पार्टी की साख को प्रभावित किया, जिससे मतदाताओं का विश्वास कम हुआ।
5. भाजपा की लोकलुभावन नीतियां: भाजपा ने गरीबों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए वित्तीय सहायता, रसोई गैस जैसी आवश्यक वस्तुओं पर सब्सिडी जैसी लोकलुभावन नीतियों की घोषणा की, जिसने विभिन्न वर्गों के मतदाताओं को आकर्षित किया।