नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मंगलवार को तीन लोगों की गिरफ्तारी के साथ हाईवे लुटेरों के एक गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा किया है। इस गिरोह के सदस्य लिफ्ट के बहाने लोगों का अपहरण कर उन्हें लूटते थे।
आरोपियों की पहचान गाजियाबाद के लोनी निवासी फारुख (32), शबाब (21) और यामीन (21) के रूप में हुई है। पुलिस ने 21 अगस्त को मिली शिकायत के बाद इन्हें गिरफ्तार किया है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि वह हरियाणा के गुरुग्राम में अपने कार्यालय जाने के लिए आईएसबीटी आनंद विहार के एंट्री गेट पर वाहन का इंतजार कर रहा था।
विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि एक सफेद मारुति डिजायर कार में तीन अज्ञात लोगों ने उन्हें दिल्ली के वसंत कुंज तक लिफ्ट देने की पेशकश की, और उन्होंने स्वीकार कर लिया। कुछ दूरी तय करने के बाद आरोपी ने किसी नुकीली चीज का इस्तेमाल कर पीड़िता को अपने कब्जे में ले लिया।
उन्होंने उसका मोबाइल, पर्स (जिसमें एटीएम कार्ड सहित नकदी और दस्तावेज थे) ले लिया और विभिन्न एटीएम से पैसे निकाल लिए। इसके बाद, उन्होंने पीड़िता को एक अनजान स्थान पर छोड़ दिया।
इसके बाद, पुलिस ने गाजियाबाद के लोनी और साहिबाबाद इलाकों में छापेमारी की, जिससे तीन संदिग्धों फारुख, शबाब और यामीन को पकड़ लिया गया।
इन सभी ने पुलिस स्टेशन पटपड़गंज औद्योगिक क्षेत्र, दिल्ली में दर्ज डकैती मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। उनके कब्जे से चोरी का सामान भी बरामद हुआ।
विशेष पुलिस आयुक्त ने कहा कि पूछताछ के दौरान फारुख ने कबूल किया कि उसने शबाब और यामीन के साथ मिलकर लूट की साजिश रची थी। वे दिल्ली के आनंद विहार के न्यू एंट्री गेट पर एक स्विफ्ट डिजायर कार में इंतजार कर रहे थे, जहां उन्होंने पीड़ित को लिफ्ट की पेशकश की थी।
आनंद विहार बस स्टैंड से रास्ते में यामीन ने शिकायतकर्ता को धमकाने के लिए एक किसी नुकीली चीज का इस्तेमाल किया और उसका फोन, नकदी और दस्तावेज छीन लिए।
इसके अलावा, पीड़ित के एटीएम कार्ड से आरोपियों ने 5,500 रुपये निकाले। आरोपियों ने शिकायतकर्ता की आंखों पर पट्टी बांध दी और उसे सड़क पर छोड़ दिया।
यादव ने कहा कि अपराध में इस्तेमाल की गई मारुति स्विफ्ट डिजायर और चोरी हुए मोबाइल फोन दोनों को उनकी जानकारी के आधार पर बरामद कर लिया गया है।