शामली। भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के बैनर तले दर्जनों किसान इकट्ठा होकर जनपद की कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहाँ उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सोपते हुए गन्ना मूल्य में वृद्धि कर गन्ने का भाव 450 रुपए प्रति क्विंटल के जाने की मांग की है। किसानों को कहना है कि हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड जैसे राज्यों में उत्तर प्रदेश से ज्यादा गन्ना मूल्य भुगतान दिया जा रहा है। जबकि उत्तर प्रदेश गन्ने की खेती में किसी से पीछे नहीं है।
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आपको बता दें कि सोमवार को भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के पदाधिकारीयो के साथ दर्जनों किसान शामली कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सोपा। ज्ञापन में अवगत कराया गया है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान मुख्य रूप से गन्ने की खेती करते हैं। लेकिन फसल की लागत ज्यादा होने की वजह से किसानों को मिल रहा गन्ना भुगतान में मूल्य पर्याप्त नहीं है। क्योंकि पिछले वर्ष के मुकाबले उर्वरक, कीटनाशक आदि और कृषि की मजदूरी में 25 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
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जिससे किसानों पर खर्च का बोझ बढ़ गया है। इसके अलावा गन्ने से ऐथेनोल, चीनी, शराब, बिजली आदि का उत्पादन कर उद्योगपतियों द्वारा बड़ा लाभ कमाया जा रहा है। लेकिन गन्ने को पैदा करने वाले किसानो को ठीक से गन्ने का भुगतान भी नहीं दिया जा रहा। जिसके चलते किसानो की हालात बद से बदत्तर होती जा रही है और गन्ना किसानों का यह हाल तब है जब उत्तर प्रदेश पिछले वर्ष सबसे अधिक गन्ना रिकवरी वाला प्रदेश बना है। किसानों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गन्ना मूल्य 450 रुपए कुंतल किए जाने की मांग की है।