मेरठ। कमिश्नरी चौराहे पर आज आम आदमी पार्टी मेरठ जिला अध्यक्ष अंकुश चौधरी के नेतृत्व में पदाधिकारी कार्यकर्ताओं ने कमिश्नरी पार्क पर पुतला दहन कर जिलाधिकारी मेरठ को ज्ञापन सौंपा व एसएसपी मेरठ से मुलाकात कर अस्पताल संचालकों की गिरफ्तारी की मांग की।
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अंकुश चौधरी ने कहा आए दिन मेरठ जिले के निजी अस्पतालों में घोर अनिमितताओं के कारण लोगों की जान जा रही है ।तमाम नियम कायदे कानून को ताक पर रखकर अस्पतालों का संचालन किया जा रहा है और स्वास्थ्य विभाग आंख मूंद कर बैठा है ।कैपिटल अस्पताल के पास न हीं फायर विभाग की NOC है ना ही विद्युत सुरक्षा व लिफ्ट संचालन की एनओसी , परिणाम स्वरूप कैपिटल हॉस्पिटल रूपी बने अवैध कत्ल खाने में लिफ्ट गिरने से प्रसूता करिश्मा की मृत्यु हो गई।
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मेरठ में लगातार मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ हो रहा है। यह खुलासा अग्निशमन विभाग द्वारा हाल में कैपिटल अस्पताल के निरीक्षण में हुआ। यहां अग्निसुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे, जिसके लिए 20 नवंबर को फायर डिपोटमेंट द्वरा नोटिस भी जारी हुआ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कथन अनुसार शहर में 306 निजी अस्पताल संचालित हो रहे हैं लेकिन खुले आम क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट की घोर अवहेलना की जा रही है। एक्ट में साफ-साफ अंकित किया गया है कि अस्पताल संचालन के लिए सबसे पहले मेरठ विकास प्राधिकरण से निर्माण का कंपटीशन सर्टिफिकेट लेना अनिवार्य है।
उसके उपरांत CFO फायर विभाग की NOC देंगे और विद्युत सुरक्षा विभाग अपनी जांच के उपरांत विद्युत सुरक्षा व लिफ्ट संचालन की एनओसी देगे तब जाकर सीएमओ अस्पताल संचालक को संचालन की परमिशन निर्गत करेंगे। इन तमाम नियम कायदे कानून को धता बताते हुए अस्पताल संचालकों को मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा धड़ल्ले से संचालन की अनुमति दे दी गई।