देवबंद (सहारनपुर)। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रतिष्ठित त्रिवेणी शुगर समूह की देवबंद इकाई ने एक बार फिर से तय समय अवधि से पहले ही 12 फरवरी 2024 तक खरीदे गए गन्ने का भुगतान कर बढत ले ली है। देवबंद इकाई के हैड पुष्कर मिश्र के मुताबिक देवबंद ने आज 27 करोड़ 29 लाख का भुगतान कर दिया है। देवबंद क्षेत्र के किसानों से हर्ष व्यक्त किया।
देवबंद इकाई उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों से गन्ना खरीद के हफ्ते के भीतर भुगतान करने वाली चीनी मिलों में पहले स्थान पर बनी हुई है। इस चीनी मिल ने सरकार द्वारा बढाए गए गन्ना मूल्य के अंतर की धनराशि का भी तत्काल भुगतान कर दिया। जिससे किसानों को बडी सुविधा मिली है। चालू सत्र का यह पीक समय है। लेकिन कुछ किसान गन्ने को इधर-उधर ले जाकर बेच रहे है। जिससे देवबंद मिल अपनी पूरी क्षमता पर पेराई नहीं कर पा रही है। मिल प्रबंधन और गन्ना विभाग ने क्षेत्रीय किसानों से अपील की है कि वे अपना संपूर्ण गन्ना देवबंद चीनी मिल को ही सप्लाई करें।
जिन किसानों के पास पर्ची से अधिक गन्ना है उनके खडे गन्ने का सर्वे कराकर कलेण्डर में पर्ची लगवा दी जाएगी। चीनी मिल को ताजा, साफ व जड अगोला पत्ति जलकल्लों रहित गन्ना ही सप्लाई करें। ध्यान रहेे देवबंद चीनी मिल उच्च गुणवत्ता की एक्सपोर्ट क्वालिटी की चीनी का निर्माण कर रही है। जिसकी बाजार में उच्च स्तर मांग बनी हुई है। ऐसे में इस मिल को मांग के अनुसार गन्ने की आपूर्ति से क्षेत्रीय और प्रादेशिक अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी। किसान, मजूदर और व्यापारी तीनों का हित सधेगा।