नई दिल्ली। राज्यसभा में शुक्रवार को विपक्ष के सांसद नीट में हुई अनियमितताओं पर चर्चा की मांग कर रहे थे। इसे लेकर सदन में जबरदस्त हंगामा हुआ। इस हंगामे के बीच पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने केंद्र सरकार द्वारा की गई कार्रवाई को सही बताया। उन्होंने कहा कि सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है और विपक्ष को जांच रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए। जेडीएस सांसद व पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने कहा कि लाखों छात्र परीक्षा के इस मुद्दे से जूझ रहे हैं। विपक्ष द्वारा चर्चा की मांग पर उन्होंने कहा कि मुझे कोई एतराज नहीं है। लेकिन, बात यह है कि सरकार ने इस मामले में पहले ही सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच अभी पूरी नहीं हुई है। दो-तीन राज्यों में गिरफ्तारी की गई है। जहां तक नीट का प्रश्न है, कहीं न कहीं कुछ गलत हुआ है। संबंधित मंत्री ने जांच से जुड़ा आदेश दिया है। जब तक जांच पूरी नहीं होती है, आप सरकार की छवि पर हमला नहीं कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच पूरी होने तक किसी पर जिम्मेदारी नहीं डाल सकते। पूर्व प्रधानमंत्री ने विपक्ष के सांसदों के लिए कहा कि यह वरिष्ठ लोग हैं। मैं इन सभी मैच्योर लीडर्स से अपील करता हूं, सरकार ने जांच का आदेश दे दिया है, जांच की रिपोर्ट आने दीजिए। उन्होंने हाथ जोड़कर सभी सदस्यों से अपील की कि जांच की रिपोर्ट आने दीजिए, तब ही हम जान पाएंगे कि कौन इस मामले के दोषी हैं। उपसभापति ने इस मुद्दे पर विपक्ष से कहा कि वे पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की बातों पर विचार करें। इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने अपना विरोध तेज करते हुए नारेबाजी जारी रखी। सदन में शोर के बीच नेता सदन जेपी नड्डा बोलने के लिए खड़े हुए। उन्होंने कहा कि बिजनेस एडवाइजरी कमेटी में यह निर्णय हुआ था कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के लिए 21 घंटे दिए जाएंगे, जो एक रिकॉर्ड समय है।
इससे पहले 21 घंटे कभी अलॉट नहीं हुए हैं। लेकिन, वहां सहमति होने के बावजूद आज सदन में स्थगन का प्रस्ताव लाया गया। यह नीट पर चर्चा करने की मंशा नहीं है, बल्कि सदन को बाधित करने की मंशा है। नड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पहले से मन बना चुकी थी कि वह चर्चा नहीं करना चाहती। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर 21 घंटे में जितनी बात आपको नीट पर करनी है, उसका पूरा मौका मिलता है। सरकार इस पर जवाब देने के लिए तैयार है।
इस दौरान भी विपक्ष नीट को लेकर नारेबाजी करता रहा। हंगामे से नाराज सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि भारतीय संसद के इतिहास में आज का दिन इतना दागी हो गया है कि प्रतिपक्ष के नेता स्वयं वेल में आए। ऐसा कभी नहीं हुआ है। मैं अचंभित हूं, मैं पीड़ित हूं। संसदीय परंपरा इतनी नीचे गिर जाएगी। प्रतिपक्ष के नेता वेल में आएंगे, डिप्टी लीडर वेल में आएंगे, इसके साथ ही सभापति ने सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया।