बलिया। हनुमान जन्मोत्सव के पावन अवसर पर बलिया शहर के ऐतिहासिक हनुमान गढ़ी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाए जाने वाले इस पर्व पर भगवान हनुमान की पूजा-अर्चना के लिए दूर-दूर से लोग मंदिर पहुंचे। मान्यता है कि इसी दिन भगवान हनुमान का जन्म हुआ था और वे संकट मोचन के रूप में अपने भक्तों के सभी कष्टों को दूर करते हैं। हनुमान गढ़ी मंदिर बलिया के लोगों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है, जो करीब सौ वर्ष पुराना है। सुबह से ही मंदिर परिसर में भक्तों की कतार लगी हुई है।
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श्रद्धालुओं ने हनुमान चालीसा का पाठ किया, भोग अर्पित किया और सुख-समृद्धि की कामना की। मंदिर को फूलों और रंग-बिरंगे झंडों से सजाया गया था, जिससे वहां का वातावरण और भी भक्तिमय हो गया। मंदिर के पुजारी गिरीश नारायण तिवारी ने बताया, “हनुमान जयंती के दिन यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। भगवान हनुमान की कृपा से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस मंदिर की महिमा वर्षों से चली आ रही है।
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आज का दिन विशेष फलदायी है, क्योंकि हनुमान जी को संकट मोचन कहा जाता है और उनकी पूजा से हर तरह के दुख दूर होते हैं।” स्थानीय निवासी रमेश सिंह ने कहा, “मैं हर साल हनुमान जयंती पर इस मंदिर में आता हूं। यहां पूजा करने से मन को शांति मिलती है और जीवन की परेशानियां कम होती हैं।”
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वहीं, महिलाओं और बच्चों में भी खासा उत्साह देखा गया। कई भक्तों ने हनुमान जी को लड्डू, सिन्दूर और चोला चढ़ाया, जो इस दिन की विशेष परंपरा है। मंदिर परिसर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। स्थानीय प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पानी, छाया और बैठने की व्यवस्था की थी। मंदिर के आसपास मेले जैसा माहौल रहा, जहां बच्चों के लिए झूले और खाने-पीने की दुकानें सजी दिखीं।