मुजफ्फरनगर। जिले में कचहरी परिसर स्थित जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे सेल्स मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव एसोसिएशन के दर्जनों पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने एक ज्ञापन उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के नाम जिलाधिकारी को सौंपा। जिसमें अवगत कराया कि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने फर्रुखाबाद में एक बयान जारी करते हुए कहा था कि यदि कोई भी मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव सरकारी हॉस्पिटल में अपने प्रोडक्ट को प्रमोट करता हुआ पाया गया तो उस को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के बयान के बाद से ही मेडिकल रिप्रेजेंटेटिवों में डर का माहौल है और एमआर हॉस्पिटलों में जाते हुए संकोच कर रहे हैं। ज्ञापन के माध्यम से मुजफ्फरनगर सेल्स मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव एसोसिएशन ने मांग की है कि वह अपने बयान को वापस ले। जिससे कि मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव अपना काम बखूबी कर सके। उन्होंने कहा कि हमारा काम अपने प्रोडक्ट को डॉक्टर्स के सामने प्रमोट करना है। उन्होंने कहा कि हम कोई गलत काम नहीं करते और संवैधानिक काम करते हैं।
उन्होंने कहा यदि हम सरकारी हॉस्पिटल में डॉक्टर के सामने अपनी दवाइयों को प्रमोट नहीं कर पाएंगे तो मार्केट में किस तरह काम करेंगे। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो सरकार 2 करोड़ रोजगार प्रत्येक वर्ष देने का दम भर्ती है। लेकिन मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव का शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस काम को मैं करता हूं पूरे उत्तर प्रदेश में इस काम से 7 लाख लोग जुड़े हुए हैं। कहा कि यदि हम काम नहीं करेंगे तो बेरोजगार हो जाएंगे। अभी तक किसी पर कार्यवाही नहीं हुई है लेकिन जिस तरीके से उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के हवाले से अखबारों में खबरें छप रही हैं। वो दिन भी दूर नहीं जब हमें काम करने से रोका जाएगा।