कठुआ। प्रवर्तन निदेशालय ने एक शैक्षणिक ट्रस्ट द्वारा जमीन की खरीद में कथित अनियमितताओं के मामले की जांच के तहत कठुआ में मंगलवार को पूर्व मंत्री और जम्मू-कश्मीर डोगरा स्वाभिमान संगठन के अध्यक्ष चौधरी लाल सिंह के आवासीय परिसरों सहित आठ अन्य स्थानों पर छापेमारी की। सिंह की पत्नी कांता अंडोत्रा आर बी एजुकेशनल ट्रस्ट की अध्यक्ष हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तलाशी जम्मू, कठुआ और पड़ोसी पंजाब के पठानकोट जिले में की गई। ये शैक्षणिक ट्रस्ट के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच का हिस्सा थे और तलाशी जारी थी। गौरतलब है कि केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा प्रावधानों के तहत जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा निर्धारित मानक 100 कनाल (12.5 एकड़) की सीमा से अधिक भूमि के एक बड़े हिस्से पर कब्जा करने के लिए आरबी एजुकेशन ट्रस्ट के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के तीन साल बाद यह तलाशी ली गई।
लगभग आधा दर्जन सेवानिवृत्त और सेवारत राजस्व अधिकारी, जिन्होंने कथित तौर पर कृषि सुधार अधिनियम का उल्लंघन करके पूर्व मंत्री की पत्नी द्वारा संचालित ट्रस्ट को अतिरिक्त भूमि दिलाने में मदद की थी, उन पर भी सीबीआई ने मामला दर्ज किया था। इनमें कठुआ के तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर अजय सिंह जामवाल (अब सेवानिवृत्त), तत्कालीन तहसीलदार मढ़हीन, अवतार सिंह, नायब तहसीलदार धीरज कुमार, गिरदावर राम पाल और पटवारी सुदेश कुमार शामिल थे।
सीबीआई ने पहले आरोपियों के परिसरों पर तलाशी ली थी, जिससे उनकी चल और अचल संपत्ति आदि से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए थे। जून 2020 में जांच एजेंसी द्वारा जम्मू-कश्मीर कृषि सुधार अधिनियम 1976 के उल्लंघन और मिलीभगत से बेईमान तत्वों द्वारा कठुआ जिले में विशाल सार्वजनिक सरकारी वन भूमि के अतिक्रमण के संबंध में “स्रोत जानकारी“ के बाद प्रारंभिक जांच की गई है। वहीं खबर लिखे जाने तक छापेमारी जारी थी।