नयी दिल्ली- आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा कि कैबिनेट मंत्री राजकुमार आनंद के इस्तीफ़े से यह साबित हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी ने आप को खत्म करने के इरादे से ही श्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया है और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई के पीछे का मकसद भ्रष्टाचार को उजागर करना नहीं है बल्कि दिल्ली-पंजाब में ‘आप’ की सरकार गिराना है।
श्री सिंह ने कैबिनेट मंत्री राजकुमार आनंद के इस्तीफा देने पर बुधवार को कहा कि हमसे एक सवाल बार-बार पूछा जाता था कि आम आदमी पार्टी को ऐसा क्यों लगता है कि ईडी की छापेमारी से पार्टी और विधायक टूट सकते हैं वह आज साबित हो गया। हम पहले कई बार कह चुके थे कि श्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने के पीछे की मंशा आम आदमी पार्टी को तोड़कर खत्म करना है। ईडी की कार्रवाई का उद्देश्य कोई जांच या भ्रष्टाचार को उजागर करना नहीं है, बल्कि इसका असली मकसद ‘आप’ को तोड़ना है। उन्होंने कहा कि भाजपा इस देश की सबसे बड़ी आपराधिक प्रवृति की पार्टी है, जो गुंडागर्दी का आचरण कर रही है। भाजपा का बस यही काम है कि ईडी-केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) का इस्तेमाल कर विधायकों, मंत्रियों को तोड़ो और फिर अपनी पार्टी में शामिल करो। यही काम इन्होंने महाराष्ट्र, अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश में भी किया है।
उन्होंने कहा कि यह वक्त आम आदमी पार्टी के लिए परीक्षा का है। यह समय हर मंत्री और विधायक के लिए परीक्षा का है। यह वक्त आने वाले समय में बताएगा कि क्या हमें बहादुर के रूप में याद किया जाएगा या फिर कायर के तौर पर याद किया जाएगा। इस बात को इतिहास में दर्ज किया जाएगा कि कैसे आम आदमी पार्टी वालों ने भ्रष्ट, बेईमान और गुंडागर्दी करने वाली पार्टी का मुकाबला किया था। उन्होंने कहा कि यह वही राजकुमार आनंद हैं, जिनके वहां 23 घंटे तक ईडी का छापा पड़ा था। उस समय पूरी भाजपा चिल्ला-चिल्ला कर कह रही थी कि राजकुमार आनंद भ्रष्ट है। सबको अब जल्द ही भाजपा का असली चाल, चरित्र और चेहरा दिखाई पड़ जाएगा कि जिसको भाजपाई भ्रष्टाचारी बता रहे थे, जब उसको जेपी नड्डा, अमित शाह समेत भाजपा का शीर्ष नेतृत्व माला पहना कर भाजपा में शामिल करेंगे। इसके बाद भाजपाई अपने चेहरे पर कालिख लगाकर घूमेंगे। भाजपा का केवल एक चरित्र है कि विपक्षी पार्टियां तोड़कर सरकारों को गिराओ और लोकतंत्र-संविधान को खत्म करो।
श्री सिंह ने कहा कि मीडिया वाले बार-बार पूछते थे कि विधायकों से संपर्क और ‘आप’ को तोड़ने वाली बात किस आधार पर कह रहे हैं, यह सब हवा-हवाई है। लेकिन अब सबको पता चल गया होगा कि हम हवा-हवाई बातें कर रहे थे, बल्कि सच्चाई बयां कर रहे थे। भाजपा की मंशा साफ थी कि श्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करो और आम आदमी पार्टी को तोड़ो। हम पहले भी सच्चाई के साथ थे, आज भी हैं और आगे भी रहेंगे। राजकुमार आनंद से सहानुभूति हो सकती है, क्योंकि उनका परिवार है। हो सकता है कि वो दबाव न झेल पाए हों। लेकिन ऐसे समय में ही बहादूरों की परीक्षा होती है। हमें ऐसी भी जानकारी मिली है कि राजकुमार आनंद को ईडी का 12 अप्रैल का नोटिस भी मिला है। शायद इसलिए वो दबाव नहीं झेल पाए।
आप के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा को शर्म आनी चाहिए कि उसने इस देश के लोकतंत्र का यह हालत कर दी है। जिस देश का संविधान बाबा साहब अंबेडकर ने लिखा था कि इस देश में लोग आजादी से जीएंगे और आजादी से सवाल पूछेंगे। इन्होंने इस देश की ऐसी हालत कर दी है एक चुने हुए मंत्री इस तरह से इस्तीफा दे रहे हैं। ये बहुत शर्म की बात है। उन्होंने कहा कि भाजपा एक बार तो कामयाब हो गई लेकिन मैं अपने साथियों से कहना चाहूंगा कि डरना नहीं है। आपके सामने संजय सिंह का उदाहरण है जिन्हें झूठे केस में फंसाया गया। वह छह महीने जेल में रहे लेकिन आखिरकार बाहर आए और शेर की तरह दहाड़ रहे हैं। आपको संजय सिंह, अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन बनना है, राज कुमार आनंद नहीं बनना है। हमें उनसे पूरी सहानुभूति है क्योंकि वह डर गए, लेकिन हमें उनके जैसे नहीं श्री अरविंद केजरीवाल के जैसा बनना है।