हाथरस । बिजली विभाग और उपभोक्ताओं के बीच तनातनी तो चलती रहती है लेकिन गुरुवार को अधिशासी अभियंता द्वारा उपभोक्ता के लिए अपशब्द प्रयोग करने के बाद मामला बिगड़ गया। इसके बाद विधायक गुड्डू चौधरी ने अधिशासी अधिकारी की खबर ली और उनके कार्यालय पर रालोद कार्यकर्ता, पदाधिकारियों ने जमकर हंगामा भी किया। एसडीएम सहित अन्य बिजली विभाग के अफसरों को विधायक कार्यालय जाकर मामला निपटना पड़ा।
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कस्बे के अजीज कुरैशी का विद्युत कनेक्शन विभाग ने बकाए के चलते विच्छेद कर दिया। उसका प्लास्टिक पाइप का व्यवसाय है और वह विभाग को हजारों रुपए का बिल भुगतान हर माह करता है। उपभोक्ता के खिलाफ विभाग ने बिजली चोरी के मामले में मुकदमा भी दर्ज कर दिया। इसके बाद उपभोक्ता फरियाद लेकर जैतई रोड स्थित अधिशासी अभियंता के कार्यालय पहुंचा। यहां उपभोक्ता की मदद करने के स्थान पर अधिशासी अभियंता ने उपभोक्ता को चोर की संज्ञा दे दी।
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यह खबर विधायक गुड्डू चौधरी तक पहुंची तो विधायक ने इस मामले में अधिशासी अभियंता को नसीहत दी कि वह विभागीय कार्रवाई उपभोक्ता के खिलाफ कर सकते हैं लेकिन इस तरह के शब्दों का प्रयोग उपभोक्ता के साथ नहीं किया जा सकता। इस बात को लेकर अधिशासी अभियंता और विधायक के बीच काफी नोंकझोंक हुई। इसके बाद रालोद जिला अध्यक्ष श्याम सिंह सहित अन्य कई पदाधिकारी, कार्यकर्ता और विधायक प्रतिनिधि अधिशासी अभियंता के कार्यालय पहुंच
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गए। इससे पहले ही अधिशासी अभियंता कार्यालय छोड़कर चले गए। मौके पर रालोद कार्यकर्ता, पदाधिकारियों ने जमकर हंगामा किया। अन्य बिजली विभाग के अफसर भी हंगामा की सूचना पर कार्यालय पहुंच गए। एसडीएम संजय कुमार भी कार्यालय पहुंचे लेकिन विधायक प्रतिनिधि सहित रालोद पदाधिकारी कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। काफी देर हंगामा
होने के बाद एसडीएम संजय कुमार और बिजली विभाग के अन्य अफसर विधायक के कार्यालय पहुंचे। यहां हुई वार्ता के बाद उपभोक्ता का कनेक्शन जोड़ दिया गया तथा एफआईआर के मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। विधायक का कहना है कि बिजली विभाग जानबूझकर उपभोक्ताओं का शोषण कर रहा है। वह उपभोक्ताओं के खिलाफ किसी तरह की गैर जरूरी कार्रवाई बर्दाश्त नहीं करेंगे। अधिशासी अभियंता का मोबाइल स्विच ऑफ था। जबकि इस मामले में अधीक्षण अभियंता ने अनभिज्ञता जाहिर की है।