कैराना। करोड़ों की शत्रु संपत्ति को प्रशासन की अनदेखी के कारण भूमाफियाओं व अधिकारियों के गठजोड़ के चलते धडल्ले से बेचीं जा रही है। शिकायत के बावजूद भी संबंधित अधिकारी कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं।
नगर के मोहल्ला कलालान निवासी अकबर अब्बास जैदी पुत्र हैदर अब्बास जैदी ने जिलाधिकारी रविंद्र कुमार को दिए शिकायती पत्र में बताया कि हल्का नंबर तीन अंदर हदूद खसरा नंबर 282,283,284/1,284/2,286/2, व 387 रकबा 2.294 हेक्टेयर भूमि राजस्व अभिलेखों में शत्रु संपत्ति दर्ज है,जो नगर के खुरगान रोड पर आबादी के बीचों बीच स्थित है।
आरोप है कि भूमाफियाओं ने तहसील प्रशासन से सांठगांठ करके करोड़ों की भूमि को प्लॉटिंग करके अवैध रूप से बेच दिया, जिस पर लगभग डेढ़ सौ मकान व 50 दुकानों का निर्माण कर लिया गया है। भूमाफिया दबंग किस्म के लोग हैं,जिन्हें राजनीतिक लोगों का संरक्षण प्राप्त है।
उसने आरोप लगाया कि भूमाफियाओं,अधिकारियों व राजनेताओं के गठजोड़ के चलते अभी भी शत्रु संपत्ति अवैध प्लॉटिंग करके धडल्ले से बेची जा रही है। आश्चर्य की बात यह है कि शत्रु संपत्ति पर पालिका प्रशासन की ओर से सड़कों का निर्माण व विद्युत विभाग की ओर से पोल लगाकर विद्युत कनेक्शन दे दिए गए हैं।
अकबर ने कहा कि एक तरफ तो प्रदेश की योगी सरकार भूमफियाओ पर कड़ी कार्रवाई करते हुए कार्रवाई में जुटी हुई है,वहीं दूसरी ओर कैराना में अधिकारियों की सांठगांठ के चलते भूमाफिया करोड़ों की शत्रु संपत्ति पर अवैध प्लॉटिंग कर बेच रहे है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति से कार्य कर रही है। यहां ऐसा लगा रहा है कि यूपी सरकार की छवि को धूमिल कराने में सरकारी मातहत ही अग्रणीय भूमिका निभा रहे हैं। लापरवाही व सुविधाशुल्क के चक्कर में सरकारी भूमि को अवैध प्लॉटिंग के जरिए नीलाम किया जा रहा है,जो सरकार की नीतियों के सरासर खिलाफ है।