नयी दिल्ली – उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने महिलाओं से आर्थिक रुप से आत्मनिर्भर होने और अपने निर्णय स्वयं लेने का आह्वान करते हुए कहा है कि नारी सुरक्षा के लिए सबको मिलकर प्रयास करने होंगे।
श्री धनखड़ ने सोमवार को जयपुर के महारानी महिला महाविद्यालय में छात्राओं से संवाद कार्यक्रम ‘राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की भागीदारी’ में भाग लेते हुए कहा कि महिलाएं हर क्षेत्र में – प्रशासन, सेना, कॉरपोरेट में सफलता के नए प्रतिमान गढ़ रही हैं। उन्होंने महिलाओं को कहा कि अपने निर्णय स्वयं लें और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनें।
उपराष्ट्रपति ने युवाओं से अति-प्रतिस्पर्धा में नहीं पड़ने की अपील करते हुए कहा कि उन्हें अपनी रुचि के अनुसार कैरियर के चुनाव करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब वो दिन दूर नहीं जब संविधान में संशोधन करके संसद और विधान सभाओं में महिलाओं को उनका उचित प्रतिनिधित्व मिलेगा। यदि महिलाओं को ये आरक्षण जल्दी मिल गया तो भारत 2047 से पहले ही विश्व शक्ति बन जायेगा।
महिला शिक्षा पर बल देते हुए श्री धनखड़ ने कहा कि लड़के को पढ़ाने से एक परिवार ही तरक्की करता है, लेकिन यदि हम एक लड़की को पढ़ाते हैं तो कई परिवार शिक्षित होते हैं।
महिला सुरक्षा के प्रश्न पर श्री धनखड़ ने कहा कि यह केवल सरकारी तंत्र का ही काम नहीं है बल्कि महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण तैयार करने में समाज, व्यक्ति और संस्थानों को मिलकर प्रयास करने होंगे। हर सक्षम व्यक्ति यह निश्चय करे कि इस विषय पर अपना योगदान करना है।असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटने पर बल देते हुए उन्होंने खुशी व्यक्त की की अंग्रेजों की बनायी दंड संहिता को बदली जा रही हैं।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि महिलाओं की प्रगति में रुकावट पैदा करने के अनेक प्रयास हुए हैं लेकिन अब समाज का दृष्टिकोण बदल रहा है। वर्ष 2019 में पहली बार लोक सभा में 78 महिला सांसद निर्वाचित होकर आयी हैं। विश्व महिलाओं के योगदान के बिना प्रगति नहीं कर सकता।